तापमान में गिरावट, मौसम हुआ सुहाना
मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घण्टा चलने की उम्मीद है। इसका कारण यास तूफान है। भारी वर्षा की भी संभावना है। तापमान में गिरावट होने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। हवा में अधिकतम आद्रता 85 और न्यूनतम आद्रता 60 फीसद दर्ज की गई है।
सिद्धार्थनगर :मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक रहा। यास तूफान का असर जनपद सिद्धार्थनगर में भी दिखाई देने लगा है। रात से ही जो मौसम बदला तो सुबह से बूंदाबांदी व हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने से मौसम सुहाना हो गया है, जनमानस को गर्मी से राहत मिली। शुक्रवार को तेज आंधी के बीच भारी वर्षा होने की संभावना है।
दो दिनों से मौसम बदल गया है। आसमान पर बादल छाए रहे। आधी रात बाद बूंदाबांदी शुरू हुई तो गुरुवार को दिन भी इसका क्रम चलता रहा। कभी कभी बारिश तेज हो जाती। तापमान 34 डिग्री से गिरकर 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। 28 मई को इसमें और गिरावट दर्ज होने की उम्मीद है। अधिकतम तापमान 27 व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। धनधरा गांव के किसान राम उजागिर ने बताया कि अच्छी बारिश को देखते हुए किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है और वह धान की नर्सरी डालने के लिए उत्सुकता पूर्वक तैयारी कर चुके हैं। पटखौली निवासी ठाकुर प्रसाद ने बताया खेती के लिए मौसम बहुत उपयुक्त हो गया है। प्रेम कुमार, संजय सिंह, शमीम अहमद ने बताया कि सही समय पर मौसम एडवाइजरी मिलने से किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो रही है।
जगह-जगह जलजमाव की समस्या
बारिश भले ही हल्की रही, लेकिन जगह-जगह जल जमाव की समस्या पैदा हुई। नगर में बांसी मार्ग पर सड़क किनारे इकट्ठा गंदा पानी व कीचड़ राहगीरों के लिए परेशानी की वजह बना रहा। झकहिया-कठेला मार्ग पर पटना गांव के पास जर्जर सड़क पर पानी जमा था। यहां जल जमाव की दिक्कत काफी दिनों से बनी है। सिगारजोत, गौरडीह, जिगना आदि स्थानों पर जल भराव की समस्या बनी रही। क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घण्टा चलने की उम्मीद है। इसका कारण यास तूफान है। भारी वर्षा की भी संभावना है। तापमान में गिरावट होने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। हवा में अधिकतम आद्रता 85 और न्यूनतम आद्रता 60 फीसद दर्ज की गई है।