देश के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम

कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओं का सम्मान बढ़ा है। सबसे पहले तीन तलाक जैसे सामाजिक अभिशाप को समाप्त करने का कार्य किया है। इसके साथ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम संचालित किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 10:13 PM (IST)
देश के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम
देश के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम

सिद्धार्थनगर : अमरगढ़ महोत्सव के तीसरे दिन देश के उत्थान में महिलाओं के योगदान विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें डुमरियागंज व भनवापुर विकास क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों के आजीविका समूह की महिलाओं ने हिस्सा लिया। विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने गोष्ठी का शुभारंभ किया। कहा कि देश को आजाद कराने से लेकर अब देश के विकास में महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। झांसी की रानी हों या बेगम हजरत महल सभी ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है।

कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओं का सम्मान बढ़ा है। सबसे पहले तीन तलाक जैसे सामाजिक अभिशाप को समाप्त करने का कार्य किया है। इसके साथ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम संचालित किया। इस योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के रोजगार जिसमें उनकी रूचि हो प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें सरकार की ओर से ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस प्रयोग से कहीं महिलाएं खेती के जरिए आगे बढ़ रही हैं तो कहीं मत्स्य पालन कर आत्मनिर्भर हो रही हैं। गांव के सामुदायिक शौचालय संचालन के काम हों अथवा पुष्टाहार पैकिग, मनरेगा निगरानी का कार्य सब समूह की महिलाएं ही कर रही हैं। आने वाले दिनों में इसका दायरा और बढ़ेगा और एक गांव में कई-कई समूह बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम होगा। विधायक ने बेहतर कार्य करने वाले आजीविका समूह की महिलाओं को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। एसडीएम प्रमोद कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र मणि त्रिपाठी, ईओ शिवकुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष जफर अहमद, प्रमुख प्रतिनिधि लवकुश ओझा, इंस्पेक्टर वकील पांडेय आदि मौजूद रहे। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने शहीदों को किया नमन

शनिवार देर शाम सूबे के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डा. सतीश द्विवेदी अमरगढ़ महोत्सव में पहुंचे। सर्वप्रथम उन्होंने अमर ज्योति स्थल पर पहुंचकर बलिदानियों को नमन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि अमरगढ़ शहीद स्थल पर 26 नवंबर 1958 को स्वतंत्रा की लड़ाई हुई थी। डुमरियागंज क्षेत्र के रणबांकुरों ने अंग्रेजी हुकूमत के अफसरों से टक्कर ली, इस दौरान विभिन्न धर्म के सैकड़ों लोगों ने जान गंवाई थी। जो योगदान यहां के वीर सपूतों ने दिया उसे भुलाया नहीं जा सकता। विधायक सिंह के प्रयास से यहां महोत्सव प्रारंभ हुआ है जो सराहनीय है। आने वाले दिनों मे यहां भव्य स्मारक बनेगा और इस स्थान की ख्याति दूर तक पहुंचेगी। डुमरियागंज विधायक ने उन्हें अमरगढ़ शहीद स्थल का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समर सिंह के गीतों पर थिरकते रहे दर्शक

शनिवार की रात अमरगढ़ महोत्सव में समर सिंह के भोजपूरी देशभक्ति गीतों पर दर्शक थिरकते रहे। वीर भगत सिंह जवानवा हो ना और आजाद दिहलें हम्मै आजादी आदि गीत सुनकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोग देश प्रेम के भाव से ओतप्रोत होते रहे। कार्यक्रम में हास्य कलाकार सुरेश अलबेला के चुटीले अंदाज के दर्शक दीवाने हुए और उनकी प्रस्तुति देखकर हंसते हुए लोटपोट हो गए। शाम के समय विभिन्न स्कूल से आए नन्हें मुन्ने बच्चों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों से शाबासी बटोरी।

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