गांव जाने के लिए कच्ची सड़क ही सहारा

सिद्धार्थनगर शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के कोमरी को जाने के लिए कच्ची सड़क का ही सहारा है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 09:40 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:38 AM (IST)
गांव जाने के लिए कच्ची सड़क ही सहारा
गांव जाने के लिए कच्ची सड़क ही सहारा

सिद्धार्थनगर : शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के कोमरी को जाने के लिए कच्ची सड़क का ही सहारा है। बरसात में लोगों को पक्की सड़क तक पंहुचने के लिए गिरकर चोटिल होना पड़ता है। यहां के लोगों के बीमार होने की दशा में एम्बुलेंस पहुंचने में भी समस्या होती है। गांव के लोगों ने सड़क बनाए जाने की मांग की है।

यह गांव बूढ़ी राप्ती नदी व सोतवा नाले के पास स्थिति है। इस गांव के पहले अमहवा तक पक्की सड़क है। लेकिन यहां से डेढ़ किमी कोमरी गांव तक सड़क नहीं है। केवल कच्ची सड़क ही मौजूद है। बारिश होने पर सड़क पर पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। दो पहिया व चार पहिया वाहन बारिश होने पर बंद हो जाता है। शादी-विवाह या अन्य कार्यक्रम के दिन बारिश होने पर आगंतुक नहीं पहुंच पाते हैं। अताउल्लाह, काशी, कलाम, बृजलाल ने कहा कि कुछ दिन पूर्व सड़क पर अधिकारी आए थे। सड़क नाप रहे थे।लोगों को आस जगी कि सड़क बनेगी, लेकिन सभी तक कुछ भी नहीं हुआ।

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अस्पताल मार्ग की जर्जरता से मरीजों को परेशानी

डुमरियागंज : विकास खंड खुनियांव के अंतर्गत ग्राम पंचायत लक्ष्मनपुर उ़र्फ बल्लीजोत में स्थित न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक आने जाने वाली सड़क बुरे हाल में है। अन्य ब्लाकों में अस्पताल सुविधाओं से लैस हो रहे हैं, लेकिन यहां तो मार्ग की समस्या भी नहीं हल हो पा रही है।

अस्पताल का मार्ग पिच रोड से कट कर करीब 200 मीटर भीतर जाता है। इसी पर अस्पताल व प्राथमिक विद्यालय भी है। सड़क के नाम पर सिर्फ खड़ंजा था जो अब पूरी तरह ध्वस्त है। अस्पताल पर प्रसव केंद्र भी है। इसी से होकर महिलाओं का आना जाना अस्पताल पर रहता है। सर्वाधिक परेशानी इन्हें ही उठानी पड़ती है। फार्मासिस्ट प्रदीप उपाध्याय का कहना है कि मार्ग बदहाल है, शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है। मरीजों के साथ स्कूली बच्चों को भी आने जाने में समस्या झेलनी पड़ती है। बीडीओ सतीश पाण्डेय ने कहा कि सड़क खराब होने की जानकारी है। शीघ्र ही सड़क को ठीक कराया जाएगा।

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