ग्रामीणों को फिर सताने लगा बाढ़ का भय

शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र में बहने वाली बूढ़ी राप्ती व पहाड़ी नाला घोरही के किनारे बसे करीब दो दर्जन गांव के ग्रामीण भयभीत हैं। उन्हें फिर बाढ़ की आशंका सताने लगी है। स्थाई निजात नहीं मिलने के कारण यह क्षेत्र कई बार बाढ़ प्रकोप झेल चुका है। फिर भी शासन प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:47 PM (IST)
ग्रामीणों को फिर सताने लगा बाढ़ का भय
ग्रामीणों को फिर सताने लगा बाढ़ का भय

सिद्धार्थनगर : शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र में बहने वाली बूढ़ी राप्ती व पहाड़ी नाला घोरही के किनारे बसे करीब दो दर्जन गांव के ग्रामीण भयभीत हैं। उन्हें फिर बाढ़ की आशंका सताने लगी है। स्थाई निजात नहीं मिलने के कारण यह क्षेत्र कई बार बाढ़ प्रकोप झेल चुका है। फिर भी शासन प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बूढ़ी राप्ती व घोरही नदी के किनारे बसे बाढ़ प्रभावित गांव, गोनहा, तमकुहवा, केवटलिया, जलापुरवा, कौव्वा, मटियार, भुतहवा, टीकर, करौता, चिरहगना, नकोलडीह, मुरव्वनडीह, पन्नापुर, तौलिहवा, प्रतापपुर, कचरिहवा, बालानगर, लालपुर, खैरी उर्फ झुगहवा, तिरछहवा, महदेईया में रहने वाले लोगों के जेहन में 2014, 2016 व 2017 की तबाही का मंजर आज भी है। कचरिहवा व बालानगर टोलों में कई सालों से कटान हो रहा है। बालानगर के रामप्यारे, हरिराम, शंकर, भानमती, फूला व लालमन समेत कई लोगों का घर नदी में समा चुका है। इसके बाद भी प्रशासन ने पूरे वर्ष इन गांवों को बाढ़ से बचाने का कोई प्रयास नहीं किया। सिचाई विभाग ने दैविक आपदा मद से 267.09 लाख रुपये की लागत से कटान स्थल पर दो अदद डैंपनर व 315 मीटर लंबाई में लांचिग एप्रेन व पिचिग कार्य करवाया है। लेकिन करोड़ों रुपये की लागत से हुआ यह कार्य नदी की आगोश में समा चुका है। अगस्त 2017 की भीषण बाढ़ में कठेला-तुलसियापुर मार्ग चार स्थानों पर कट गया था और पीडब्लूडी विभाग ने वहां पिचिग करवा दिया है। लोग आशंकित हैं कि अगर एक बार फिर बाढ़ आई तो इस स्थान पर दोबारा कटान संभव है।

ड्रेनेज खंड के अधिशासी अभियंता आरके नेहरा ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा को लेकर विभाग ने संवेदनशील स्थानों पर कार्य कराया है। नदियों की स्थिति पर निगाह रखी जा रही है। बांधों की सुरक्षा को लेकर विभाग ने सभी को अलर्ट किया है। नेपाल में होने वाले बारिश पर भी नजर रखी जा रही है।

chat bot
आपका साथी