तीन वर्ष से गायब शिक्षिका को मिल रहा वेतन
खंड शिक्षा अधिकारी की मेहरबानी से एक शिक्षिका स्कूल से गैर हाजिर होने के बाद भी पूरा वेतन पा रही है। जबकि यह 17 फरवरी 2018 से आज तक स्कूल आयी ही नहीं है। इस वर्ष अप्रैल व मई का वेतन भी उसके खाते में पहुंच गया।
सिद्धार्थनगर : खंड शिक्षा अधिकारी की मेहरबानी से एक शिक्षिका स्कूल से गैर हाजिर होने के बाद भी पूरा वेतन पा रही है। जबकि यह 17 फरवरी 2018 से आज तक स्कूल आयी ही नहीं है। इस वर्ष अप्रैल व मई का वेतन भी उसके खाते में पहुंच गया। शिक्षिका का नाम ममता चौहान है और वह खेसरहा बीआरसी के ग्राम पंचायत पंचमोहनी स्थित प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर तैनात है।
उक्त शिक्षिका ने नौ नवंबर 2015 को स्कूल में ज्वाइन किया था। दो वर्ष सेवा देने के बाद इसने सात जुलाई 2017 से 12 फरवरी 2018 तक चिकित्सकीय अवकाश ले लिया। जबकि इसके पूर्व 2016 में भी इसने 28 दिन का चिकित्सकीय अवकाश लिया था। 12 फरवरी 2018 को यह पुन: स्कूल में पहुंची और पांच दिन सेवा देने के बाद 17 फरवरी से यह फिर गायब हुई तो आज तक स्कूल नहीं आई। बावजूद साहब की मेहरबानी ऐसी रही कि इस वर्ष में भी दो माह का वेतन इनके खाते में भेज दिया। प्रधानाध्यापक प्रजेश कुमार का कहना कि हमारे पास इनकी छुट्टी का कोई प्रार्थना पत्र नहीं है। हम इनकी प्रतिदिन की गैरहाजिरी उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर रहे हैं। वेतन भुगतान कैसे हुआ मैं नहीं जानता।
बीईओ खेसरहा सीपी गौड़ का कहना है कि हमने इनको नोटिस दे रखी है। जो दो माह का वेतन भुगतान हुआ वह भूल बस हुआ है। हमने खाते पर रोक लगा दिया है। 2018 से लेकर आज तक यह गैरहाजिर है जिसकी रिपोर्ट प्रतिमाह भेजी जाती है।