किसानों को दी गई अवशेष प्रबंधन की जानकारी

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या की ओर से संचालित फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है। बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के कृषि विज्ञानियों ने पीपुल्स इंटर कालेज डुमरियागंज में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के बीच मोबिलाइजेशन आफ स्कूल स्टूडेंट कार्यक्रम चलाया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 12:25 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 12:25 AM (IST)
किसानों को दी गई अवशेष प्रबंधन की जानकारी
किसानों को दी गई अवशेष प्रबंधन की जानकारी

सिद्धार्थनगर : आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या की ओर से संचालित फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है। बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के कृषि विज्ञानियों ने पीपुल्स इंटर कालेज डुमरियागंज में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के बीच मोबिलाइजेशन आफ स्कूल स्टूडेंट कार्यक्रम चलाया। जिससे खेत में पराली न जलाने एवं उसके प्रबंधन पर किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए जागरूक किया।

केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी एवं अध्यक्ष डा. ओम प्रकाश एवं उनकी टीम ने विद्यार्थियों के बीच पेंटिग, निबंध एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कार्यक्रम करा कर जागरूक किया गया। निबंध प्रतियोगिता में सौम्या अग्रहरि प्रथम, आराध्या कसेरा द्वितीय एवं रोहित विश्वकर्मा तृतीय रहे। वहीं पेंटिग में संदीप कुमार कन्नौजिया प्रथम, आकाश शर्मा द्वितीय एवं नसरुद्दीन तृतीय स्थान पर रहे। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में अमन राज द्विवेदी को प्रथम, मोहम्मद साहब द्वितीय एवं नंदनी निषाद तृतीय को शील्ड व प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य चिताराम चौधरी ने सभी विद्यार्थियों को शपथ दिलाई कि धान की फसल मड़ाई के बाद धान की पराली किसानों को न जलाने के लिए प्रेरित करेंगे। जिसमें 150 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. डीपी सिंह, डा. प्रदीप कुमार, डा. एसएन सिंह, दीप नारायण सिंह, प्रेम चौरसिया सहित पीपुल्स इंटर कालेज के अध्यापक राहुल कुमार सिंह, पंकज सिंह, जावेद महेंद्र पाल आदि मौजूद रहे।

तेज हवाओं से गन्ना किसानों की बढ़ाई मुश्किलें

सिद्धार्थनगर : एक हफ्ते पहले तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश ने गन्ने की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। फसल खेत में बिछ जाने से बर्बादी के कगार पर खड़ी है। जिसे देख किसानों सहित चीनी मिल समूह के माथे पर चिता की लकीरें साफ देखी जा सकती है।

तेज हवाओं के साथ बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। गन्ने की फसल को बर्बाद होने से बचाने के लिए बलरामपुर चीनी मिल की एमडी अवंतिका सरावगी ने समूह के सभी कर्मियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों के साथ मिलकर गन्ना खड़ाकर बंधाई का कार्य करें। ऐसा न करने पर खेत में गिरे गन्ना का 30 से 40 फीसदी वजन कम हो जाएगा। कई सालों की अपेक्षा इस वर्ष गन्ने की फसल अच्छी मानी जा रही है।राजेंद्र चौधरी ने बताया कि हमने इस बार 70 बीघा गन्ने की फसल की बोआई की थी। पिछले सप्ताह चली तेज हवाओं के साथ बारिश से हमारा 25 बीघा गन्ना खेत में ही लेट गया, जिसे बभनान चीनी मिल के कर्मियों की मदद से खड़ाकर बंधा गया है। किसान जालिम ने बताया कि हमने केवल सात बीघा गन्ने की बोआई ही किया था जिसमें से तीन बीघे फसल खेत में गिर गई और बांधकर इसे सही किया गया। तोताराम ने बताया कि हमने 18 बीघा गन्ने की बोआई किया था, लेकिन पिछले सप्ताह चली तेज हवाओं से करीब 4 बीघा फसल गिर गई, जिसे अब मिल कर्मियों की मदद से खड़ा किया गया। किसान त्रिलोकीनाथ का कहना है कि हमने 20 बीघा गन्ने बोया था। जिसमें से करीब चार बीघा गिर गया है। अब उसे बांधकर सही किया गया है।

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