बाजार में उपलब्ध होगी ग्राम संगठन की सैनेटरी नैपकिन
सफल प्रेरणा महिला ग्राम संगठन ने आपदा को अवसर में बदल दिया। संगठन ने सैनेटरी नैपकिन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। परियोजना में करीब पांच लाख रुपये खर्च होंगे।
सिद्धार्थनगर : सफल प्रेरणा महिला ग्राम संगठन ने आपदा को अवसर में बदल दिया। संगठन ने सैनेटरी नैपकिन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। परियोजना में करीब पांच लाख रुपये खर्च होंगे। संगठन ने कोरोना काल में सीएमओ आफिस को पीपीई कीट एवं मास्क तैयार करके सप्लाई दी, जिससे उसे पांच लाख रुपये से अधिक की आय हुई। संगठन अब इसी पैसे से बांसी ब्लाक परिसर में नैपकिन निर्माण की फैक्ट्री स्थापित करने की तैयारी में है। 3.90 लाख रुपये की कीमत से मशीन लगाई जाएगी।
महिला ग्राम संगठन में पांच स्वयं सहायता समूह दुर्गा आजीविका, शंकर आजीविका, काली आजीविका, जय बजरंग बली और जीवन ज्योति आजीविका समूह शामिल हैं। संगठन की अध्यक्ष सपना बताती हैं कि सभी सदस्यों ने कोरोना संक्रमण काल में सराहनीय सहयोग किया। इसी का प्रतिफल है कि आज संगठन अपने पैरों पर खड़े होने की स्थिति में है। इन सदस्यों में लक्ष्मी चौहान, रीता, रुक्मिणी, सुमित्रा, ज्ञानमती, जोशना, पिकी, सावित्री व रिकी शामिल हैं। सफल प्रेरणा महिला ग्राम संगठन ने लाकडाउन के दौरान 5322 पीपीई किट का निर्माण किया था। सीएमओ आफिस ने 240 रुपये की दर से 12 लाख 77 हजार 280 रुपये के पीपीई किट खरीदे। संगठन ने 15 हजार मास्क भी तैयार किया था। इसकी 7.50 लाख रुपये में बिक्री हुई थी। संगठन ने पांच माह में 20 लाख 27 हजार 280 रुपये का व्यवसाय किया था। बीडीओ बांसी सुशील पांडेय ने कहा कि सफल प्रेरणा महिला ग्राम संगठन की महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हैं। उन्होंने आपदा को अवसर में बदलने का काम किया है। उनकी मेहनत का उन्हें परिणाम मिलने लगा है।