रक्तदान में इन युवाओं के जज्बे को सलाम

युवा इंटरनेट मीडिया व अन्य संचार के माध्यम से ऐसे जरूरतमंदों का पता लगाते रहते हैं। जिन्हें खून की सख्त जरूरत होती है। कहीं से भी टोली के युवाओं को खून की आवश्यकता की जानकारी मिलती है तो वह तुरंत संपर्क कर उनके लिए ब्लेड डोनेट करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:27 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:27 PM (IST)
रक्तदान में इन युवाओं के जज्बे को सलाम
रक्तदान में इन युवाओं के जज्बे को सलाम

सिद्धार्थनगर: जागरूकता की कमी से लोग जहां अपने परिचितों और सगे-संबंधियों को खून देने से परहेज करते हैं, ऐसे में शोहरतगढ़ क्षेत्र के युवाओं की एक टोली ने रक्तदान ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाया है। युवा खुद और दूसरों की मदद से सैकड़ों को जीवनदान दे चुके हैं। इनका मुख्य उद्देश्य रक्त की कमी से होने वाली मौतों को रोकना है। यह सामाजिक कार्य भी करते रहते हैं। इन्होंने कई लोगों को खून देकर उनकी जिदगी बचाई है।

युवा इंटरनेट मीडिया व अन्य संचार के माध्यम से ऐसे जरूरतमंदों का पता लगाते रहते हैं। जिन्हें खून की सख्त जरूरत होती है। कहीं से भी टोली के युवाओं को खून की आवश्यकता की जानकारी मिलती है तो वह तुरंत संपर्क कर उनके लिए ब्लेड डोनेट करते हैं। डेढ़ साल पहले शिवपति पीजी कालेज के कुछ छात्रों के मन में विचार आया कि क्यों न खून की कमी से मरने वालों के लिए कुछ किया जाए, जिससे इन्हें बचाया जा सके। तभी रक्तदान करने की मुहिम छेड़ी गई। अन्य युवा भी टोली से जुड़ते गए। जब स्वस्थ रहेंगे, रक्तदान करने का संकल्प लिया। आज टोली में सौ से अधिक युवा जुड़ चुके हैं। यह अपने आसपास या इंटरनेट मीडिया वाट्सएप आदि माध्यमों से जानकारी होने पर तुरंत रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं। बीकाम कर चुके टोली के सदस्य धर्मेंद्र जायसवाल अब तक चार बार रक्तदान चुके हैं। श्रीराम जायसवाल, वकार मोइज खान, नीलेश चौधरी ने तीन-तीन बार रक्तदान किया है। इसके अलावा इबादत हुसैन, मो शहजाद, सलमान, राजनेत, सूरज पांडेय, दिव्यासुं वर्मा, मनीष वर्मा, मोनू शर्मा, नितेश शर्मा, विष्णु उमर, असफाक अहमद, आमिर हुसैन, शहजाद अहमद, रजा खान समेत सैकड़ो टोली के सदस्यों ने खून देकर जिदगियां बचाई हैं।

टोली के युवा वकार खान कहते हैं कि अगर जिदगी दूसरे के काम न आए तो फिर जीने का क्या मतलब। खून देने के बाद एक अलग खुशी मिलती है। हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।

केस एक- बांसी क्षेत्र निवासी रमेश गुप्ता दुर्घटना में घायल होकर जिले में भर्ती थे। मरीज को दो यूनिट ब्लड की तत्काल जरूरत थी। इंटरनेट पर वायरल हुई सूचना पर सूरज व इबादत हुसैन ने मरीज को एक- एक यूनिट खून दिया।

केस दो- लाकडाउन के दौरान जिला अस्पताल में किडनी डायलिसिस मरीज नदवलिया निवासी मुन्नी विश्वकर्मा को दो यूनिट बी पाजिटिव ब्लड की आवश्यकता थी। फेसबुक पर वकार मोईज खान व मोहम्मद शहजाद सिद्दीकी ने जिला अस्पताल पहुंचकर मरीज को एक-एक यूनिट खून दिए।

केस तीन- जनपद के सिकोसा गांव निवासी महिला मरीज पूजा को डिलीवरी का आपरेशन के लिए एक यूनिट ब्लड की जरूरत थी। इंटरनेट जानकारी मिलने पर धर्मेंद्र जायसवाल देर रात जिला अस्पताल पहुंचकर मरीज को रक्त दिया।

केस चार- क्षेत्र बसंतपुर निवासी अजय कन्नौजिया के पिता को एबी प्लस ब्लड की कमी थी। मोबाइल से मिली जानकारी पर विष्णु उमर जिला अस्पताल में खून दिया।

chat bot
आपका साथी