धनुष टूटते ही जय श्रीराम से गूंज उठा पंडाल

आदर्श श्रीराम लीला समिति के तत्वावधान में बढ़नी चाफा नगर पंचायत मे चल रहे ग्यारह दिवसीय श्रीरामलीला मंचन के दौरान कलाकारों ने अहिल्या उद्धार से लेकर रावण-वाणासुर संवाद व धनुष यज्ञ रामविवाह का सुंदर मंचन कर उपस्थित जनमानस का मन मोह लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Nov 2020 04:47 PM (IST) Updated:Sun, 01 Nov 2020 04:47 PM (IST)
धनुष टूटते ही जय श्रीराम से गूंज उठा पंडाल
धनुष टूटते ही जय श्रीराम से गूंज उठा पंडाल

सिद्धार्थनगर : आदर्श श्रीराम लीला समिति के तत्वावधान में बढ़नी चाफा नगर पंचायत मे चल रहे ग्यारह दिवसीय श्रीरामलीला मंचन के दौरान कलाकारों ने अहिल्या उद्धार से लेकर रावण-वाणासुर संवाद व धनुष यज्ञ, रामविवाह का सुंदर मंचन कर उपस्थित जनमानस का मन मोह लिया। कलाकारों ने मंचन में दिखाया कि राम लक्ष्मण अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर आमंत्रण में जाते हैं, रास्ते में प्रभू राम के स्पर्श से शिला बनी अहिल्या का उद्धार होता है। उधर जनकपुर के राजा अपने पुत्री सीता के स्वयंवर का आयोजन करते हैं। जिसमें देश के कोने-कोने से बड़े-बड़े राजा उपस्थित होते हैं। गुरु के आदेश पर राम व लक्ष्मण सभा में उपस्थित होते हैं। इसी सभा में रावण और वाणासुर का भयंकर संवाद होता है। लेकिन स्वयंवर में स्थित धनुष को कोई राजा उठा पाता है। जिससे राजा जनक को पुत्री के विवाह की चिता होने लगती है वे काफी दुखी होते हैं। बाद में गुरु विश्वामित्र के आदेश से प्रभू श्रीराम धनुष को तोड़ देते हैं जिसके उपरांत समूचे पंडाल जय श्रीराम से गूंज उठता है। श्रीराम और सीता का विवाह संपन्न होता है। समिति अध्यक्ष रामकुमार कसौधन, काशी नाथ गुप्ता, विद्यासागर गुप्ता, कपिल देव गुप्ता, मनीष श्रीवास्तव, उपेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।

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