तेज हवा के साथ बारिश, गिरी धान की फसल
सोमवार दोपहर तेज हवा के साथ हुई बारिश से तैयार धान की फसलें खेतों में गिर गईं। वहीं रात में रुक रुक कर पड़ रहे फुहारों से गिरी फसलों की बालियों डूबने लगी हैं। जिससे उत्पादन पर खासा प्रभाव पड़ने के भय से मौसम में ठण्डक के बीच किसानों के माथे पर पसीना टपकने लगा है।
सिद्धार्थनगर : सोमवार दोपहर तेज हवा के साथ हुई बारिश से तैयार धान की फसलें खेतों में गिर गईं। वहीं रात में रुक रुक कर पड़ रहे फुहारों से गिरी फसलों की बालियों डूबने लगी हैं। जिससे उत्पादन पर खासा प्रभाव पड़ने के भय से मौसम में ठण्डक के बीच किसानों के माथे पर पसीना टपकने लगा है।
लगता है अन्नदाताओं से भाग्य ही नाराज है। रोपाई के समय समितियों से खाद गायब थी। किसी तरह रोपाई हुई तो नदियों ने विशेषकर राप्ती ने तहसील क्षेत्र के लगभग सौ गांवों में तबाही मचाने का काम किया। जहां बाढ़ नहीं पहुंची वहां के किसान फसल तैयार करने किसी तरह सफल होते की रविवार से मौसम ने ऐसा तांडव मचाया कि सैकड़ों बीघे धान खेतों में गिर गए। अगेती प्रजाति के धान के फसल की तो कटाई भी शुरू हो गई थी। लेकिन मौसम के रुख में बदलाव से किसान परेशान हैं। क्षेत्र नसीम अहमद, अवधेश चौधरी, नरेश कुमार, हृदय लाल, शफीकुर्रहमान, इम्तियाज अहमद कहते हैं जिस खेत में बालियां सही लगी थीं वह तो गिर गई। अब लगातार बारिश से खेतों में जलजमाव की स्थित बन गईं है। ऐसे में कटाई में दिक्कत होगी। जिससे उत्पादन पर खासा प्रभाव पड़ेगा। क्षेत्र के सेखुई, परसा, कुसहटा, रसूलपुर, महोखवा, उपाधि, जिमड़ी, कैथवलिया, परानपुर, अमौना तिवारी, मेंही, पिपरा राम लाल आदि गांव में फसल गिरने से किसान हलकान हैं। ग्रामीण परिवेश में मुर्गी पालन लाभकारी काम सिद्धार्थनगर : पशु चिकित्सालय जोगिया में मंगलवार को बैकयार्ड पोल्ट्री योजना में चयनित पात्रों को मुर्गी के चूजे (बच्चे) व इनका दाना दिया गया। ग्राम पंचायत उदयपुर व नादेपार निवासी अनुसूचित वर्ग के आठ-आठ लाभार्थियों को योजना का लाभ मिला है। चूजों को पालने की विधि बताई।
पशु चिकित्साधिकारी डा. बलराम चौरसिया ने कहा सावधानी पूर्वक से अगर इन चूजों की देखभाल की जाए तो 40 से 50 दिन में डेढ़ से दो किलो वजन के हो जाएंगे। इनकी बिक्री करके लाभ कमाया जा सकता है। मुर्गी के अंडे में 13 व मांस में 22 फीसद प्रोटीन होता है। ग्राम प्रधान गौरी प्रसाद, शिव कुमार, डा. प्रदीप कुमार, रीना, चैनमती, सुनीता, अमीरूल्लाह, लोकधर मिश्रा आदि मौजूद रहे।