पं. दीनदयाल उपाध्याय ने देखा था स्वर्णिम भारत का सपना

एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती शुक्रवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें वक्ताओं ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:15 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 10:15 PM (IST)
पं. दीनदयाल उपाध्याय ने देखा था स्वर्णिम भारत का सपना
पं. दीनदयाल उपाध्याय ने देखा था स्वर्णिम भारत का सपना

सिद्धार्थनगर :एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती शुक्रवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें वक्ताओं ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यकर्ताओं ने उनके आदर्श पर चलने का संकल्प लिया। बूथों पर भी कार्यक्रम हुए।

जिला कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष गोविद माधव ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने स्वर्णिम भारत का सपना देखा था। उसे केंद्र सरकार साकार कर रही है। महामंत्री विपिन सिंह, फतेह बहादुर सिंह, अजय उपाध्याय मौजूद रहे। बर्डपुर ब्लाक के बूथ संख्या 66 में गोष्ठी हुई। राजकुमारी पांडेय, अजय उपाध्याय आदि मौजूद रहे। लोटन बाजार में मंडल अध्यक्ष ²गनारायन सिंह, डा. हरीराम सिंह, परशुराम यादव आदि मौजूद रहे। डुमरियागंज में राजेश द्विवेदी, कमलेश चौरसिया, सूर्यप्रकाश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। मित्रसंघ कार्यालय में राष्ट्रीय महासचिव राम आशीष पाठक की मौजूदगी में जयंती मनाई गई। वासुदेव धर दुबे, एसपी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। भनवापुर में सोनू सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ। शाहपुर हिदू भवन में कार्यालय प्रभारी संजय मिश्रा के अगुवाई में गोष्ठी हुई। लवकुश ओझा, अभिनव, मौजूद रहे। महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मोनी पांडेय के अगुवाई में बूथ संख्या 239,40,41 पर कार्यक्रम हुए।

इटवा स्थित बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी के जनसंपर्क कार्यालय पर गोष्ठी हुई। राम कृपाल चौधरी, कृष्णा मिश्रा आदि मौजूद रहे। शोहरतगढ़ कस्बा के रामजानकी मंदिर में भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष इंद्रेश चौरसिया की अध्यक्षता में जयंती मनाई गई। राघवेंद्र द्विवेदी, सभासद कृष्ण कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे। सांसद जगदंबिका पाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जयंती पर जनपदवासियों को संदेश दिया। वह दिल्ली में मौजूद हैं। कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने देश को एकात्मक मानववाद नामक विचारधारा दी। वह एक समावेशित विचारधारा के समर्थक रहे। एक देश एक निशान की परिकल्पना को साकार करना उनके प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।

chat bot
आपका साथी