भारतभारी में यज्ञ अनुष्ठान की तैयारी शुरू

रविवार को अखण्ड कीर्तन का शुभारंभ व्यवस्थापक रमेश चन्द्र श्रीवास्तव व लेखपालों की टीम के दिशा निर्देश में शुरू किया गया। मंदिर में प्रशासनिक महंत /यजमान के रूप में लेखपाल त्रिलोकी नाथ दूबे ने पूजन कराया। मन्दिर की साफ सफाई व सजावट आदि का कार्य भी कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 10:38 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 10:38 PM (IST)
भारतभारी में यज्ञ अनुष्ठान की तैयारी शुरू
भारतभारी में यज्ञ अनुष्ठान की तैयारी शुरू

सिद्धार्थनगर: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीर्थसागर भारत भारी में प्रति वर्ष प्रशासनिक मेला प्रबन्धन समिति के नियंत्रण में लगने वाला मेला इस वर्ष कोविड 19 के कारण स्थगित रहेगा। लेकिन मंदिर पर होने वाले धार्मिक व परम्परागत कार्यक्रम मेला प्रबंधन समिति द्वारा कराए जाने का निर्णय लिया गया।

रविवार को अखण्ड कीर्तन का शुभारंभ व्यवस्थापक रमेश चन्द्र श्रीवास्तव व लेखपालों की टीम के दिशा निर्देश में शुरू किया गया। मंदिर में प्रशासनिक महंत /यजमान के रूप में लेखपाल त्रिलोकी नाथ दूबे ने पूजन कराया। मन्दिर की साफ सफाई व सजावट आदि का कार्य भी कराया गया। कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं के स्नान, दर्शन व पूजन के लिए आवश्यक प्रबंध कराए गए। विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह, एसडीएम त्रिभुवन, आनन्द गौतम, जग्गूलाल, कमलेंद्र, कोतवाल केडी सिंह आदि मौजूद रहे।

बालि वध मंचन देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

बीती रात रामलीला मंचन के कलाकारों ने सीता हरण, सबरी मिलन, सुग्रीव मित्रता, बालि वध का मंचन किया। बालि वध लीला को देख श्रद्धालु रोमांचित हो गए। राम के जयकारों से रामलीला मैदान गूंजायमान हो उठा। शाहपुर के रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला मंचन में कलाकारों ने सीता हरण लीला का सुंदर मंचन किया। रावण सीता को साधु वेष में हर कर पुष्पक विमान से ले लंका ले गया। जहां पर मार्ग में सीता का क्रंदन सुन खगराज जटायु ने रावण को ललकारा। रावण ने जटायु के पर काट घायल कर दिया। राम-लक्ष्मण सीता की खोज करते सबरी के आश्रम में पहुंचे। सबरी ने प्रभु को प्रेम से बेर खिलाए। सबरी ने राम को पंपापुर में राजा सुग्रीव के पास पहुंचने के लिए कहा। राम पंपापुर पहुंचे। सुग्रीव से मित्रता की। सुग्रीव ने बालि के अत्याचारों के बारे में बताया। मित्रता के वशीभूत राम ने अंत में बालि का वध किया। कलाकारों ने माता संतोषी की मनमोहक झांकी भी निकाली। सूरज प्रसाद, विष्णु चौरसिया, विजय साहनी, राकेश साहनी, शैलेंद्र, विजय, दिवाकर, बसंत, सुमेर यादव आदि मौजूद रहे।

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