चौबीस घंटे से 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति ध्वस्त

दो दिनों से हो रही बारिश अब आफत बन गई है। रोजमर्रा मजदूरों का कामकाज ठप हो गया है तो इटवा क्षेत्र के 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। जगह-जगह पेड़ धराशाई हो गए हैं। झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:52 PM (IST)
चौबीस घंटे से 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति ध्वस्त
चौबीस घंटे से 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति ध्वस्त

सिद्धार्थनगर : दो दिनों से हो रही बारिश अब आफत बन गई है। रोजमर्रा मजदूरों का कामकाज ठप हो गया है, तो इटवा क्षेत्र के 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। जगह-जगह पेड़ धराशाई हो गए हैं। झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। उमस भरी गर्मी से राहत देने के साथ वर्षा भले ही फसल के लिए फायदेमंद साबित हुई है, परंतु छोटे-छोटे व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है। नगर से लेकर ग्रामीण अंचल में जल जमाव के कारण नारकीय स्थिति बनी है।

बारिश का सिलसिला कल से नहीं रूक रहा है। यही वजह है कि बहुत जरूरी काम होने पर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग आते-जाते दिखाई दे रहे हैं। दुकानें तो खुली, पर ग्राहक नदारद दिखे। दिहाड़ी मजदूरों समेत छोटा-छोटा व्यवसाय करने वालों पर बारिश का असर काफी देखा गया। लगातार बारिश से इटवा व बिस्कोहर नगर पंचायत समेत ग्रामीण क्षेत्रों जलजमाव ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। करीब एक दर्जन पेड़ जड़ से उखड़ गए। इटवा-डुमरियागंज मार्ग पर रगड़गंज से पहले मुख्य मार्ग पर पेड़ गिर गया, आसपास के विद्युत तार भी टूट गए, तो काफी देर तक आवागमन प्रभावित रहा। सर्वाधिक असर विद्युत व्यवस्था पर पड़ा। ग्रामीण क्षेत्र के सभी फीडरों पर 24 घंटे से आपूर्ति बाधित है। तहसील मुख्यालय पर भी बिजली सप्लाई गुरुवार दोपहर से ठप है।

एसडीओ विद्युत कौशल किशोर ने कहा कि निरंतर बारिश के कारण दिक्कत आई। तहसील मुख्यालय पर आपूर्ति जल्दी बहाल हो जाएगी, मगर ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई बहाल होने में थोड़ा समय लगा सकता है, फिलहाल विद्युत कर्मी तार टूटने की जगह व फाल्ट खोजने में लगे हुए हैं।

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