मौत का सच जानने के लिए पुलिस की लगी टीमें
सदर थाना क्षेत्र के बेलहिया निवासी आशीष जायसवाल की मौत का सच जानने के लिए पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने पुलिस की पांच टीमें गठित की हैं। जिसमें एसओजी एटीएस भी शामिल है।
सिद्धार्थनगर : सदर थाना क्षेत्र के बेलहिया निवासी आशीष जायसवाल की मौत का सच जानने के लिए पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने पुलिस की पांच टीमें गठित की हैं। जिसमें एसओजी, एटीएस भी शामिल है। इधर पुलिस ने आशीष के उस वीडियो को भी साक्ष्य के तौर पर अपने पास रखा है, जिसमें आशीष ने मौत के कुछ दिन पहले यह बताया है कि छह वर्ष तक उसका प्रेमिका के साथ संबंध रहा है। वह साथ में मंदिरों में घूमा। प्रेमिका को स्कूटी चलाना भी सिखाया। सजातीय न होने के कारण प्रेमिका के परिवार ने शादी नहीं होने दी। उसके परिवार के लोग धमकी देकर दोनों के बीच संबंध तोड़ना चाहते थे, लेकिन प्रेमिका हमारी दूसरी जगह शादी नहीं होना देना चाहती थी। इंटरनेट मीडिया पर आशीष ने लड़की के घरवालों पर मारने- पीटने का आरोप भी लगाया है।
पुलिस हत्या और आत्महत्या में अभी उलझी है। सर्विलांस के सहारे मौत की असली वजह जानने में जुटी हुई है। सीडीआर निकाला जा चुका है। मोबाइल के डाटा को रिकवर कराने का प्रयास चल रहा है। मोबाइल पानी में होने से बंद हो गया था। इसकी वजह से डाटा निकालने में दिक्कत आ रही है। इसके लिए एटीएस की मदद पुलिस ले रही है। मामले पर एसपी निगाह बनाए हुए हैं। रविवार को एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने जांच टीम के साथ बैठक कर प्रगति की जानकारी ली। आशीष के हित-मित्रों से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है। यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर घटना के पूर्व उसके मन में क्या चल रहा था। चार दिनों से घर से गायब आशीष जायसवाल का शव पीठनी जमुआर नाले में शुक्रवार की देर रात मिला था। स्वजन की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। 22 सितंबर को जब आशीष घर से निकला था तो उसकी अंतिम बार किससे फोन पर बात हुई। आशीष जायसवाल करीब आठ वर्ष पूर्व विदेश से लौटा था। उसने घर बनवाया, बेलहिया में किराना की दुकान खोली। एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पर्दाफाश सही हो, इसके लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पांच टीमें लगाई गईं हैं। जल्द ही सच सबके सामने होगा।