जागा तहसील प्रशासन, मंडी पहुंचे एसडीएम

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच हर तरफ बचाव व एहतियात के प्रयास हो रहे हैं। लेकिन मंडी समिति शाहपुर में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। नौ मई को जागरण ने इस मनमानी पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। जिसे संज्ञान में लेते हुए एसडीएम त्रिभुवन ने मंडी समिति में बैठक कर जिम्मेदारों व व्यापारियों को जरूरी निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 11:21 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 11:21 PM (IST)
जागा तहसील प्रशासन, मंडी पहुंचे एसडीएम
जागा तहसील प्रशासन, मंडी पहुंचे एसडीएम

सिद्धार्थनगर : कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच हर तरफ बचाव व एहतियात के प्रयास हो रहे हैं। लेकिन मंडी समिति शाहपुर में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। नौ मई को जागरण ने इस मनमानी पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। जिसे संज्ञान में लेते हुए एसडीएम त्रिभुवन ने मंडी समिति में बैठक कर जिम्मेदारों व व्यापारियों को जरूरी निर्देश दिए। कहा कि कोई व्यापारी बिना मास्क मिले तो उससे एक हजार रुपया जुर्माना मंडी समिति वसूल करे।

शाहपुर मंडी जिले की सबसे महत्वपूर्ण मंडी है। जो प्रति वर्ष दो करोड़ रुपया से अधिक कमाई करती है। संक्रमण के बीच यहां बचाव की अनदेखी हो रही थी। जिसपर जागरण ने - मंडी में संक्रमण से बचाव के इंतजाम नहीं, शीर्षक से खबर प्रकाशित की। जिसके बाद मंगलवार को एसडीएम ने मंडी समिति परिसर में व्यापारियों के साथ बैठक कर सख्त चेतावनी दी। कहा कि अगर व्यापारी व विक्रेता बिना मास्क के मिले तो जुर्माना वसूलते हुए पुलिस को सूचित किया जाए। तय मूल्य पर ही फल और सब्जियों की बिक्री सुनिश्चित करें। जिससे लोगों तक इसे तय मूल्य पर पहुंचाया जा सकें। मंडी समिति सचिव अमित को निर्देशित किया कि व्यापारियों को आने जाने में कोई समस्या हो माल ढुलाई में परेशानी आ रही हो तो उन्हें पास निर्गत करें। अधिक मूल्य पर सब्जी फल बेंचने वाले थोक व्यापारियों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए। कोरोना क‌र्फ्यू के बीच राशन वितरण में मनमानी सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज ब्लाक अंतर्गत वासा दरगाह के कोटेदार जब गांव का ही था तो आसानी से मिलने वाला राशन कोरोना क‌र्फ्यू में सपना हो गया है। ग्राम के कोटेदार के मेडिकल लगाने के चलते पांच महीने से कार्डधारकों को राशन के लिए जुड़वानिया सस्ते गल्ले की दुकान से अटैच कर दिया गया है। लेकिन कोटेदार मनमाने ढंग से राशन देता है। ग्रामीणों में मोहम्मद कलीम शाहिद ,आरिफ, रफी, राजू, शहरयार हुसैन ने बताया है कि कोटेदार के मेडिकल लगाने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राशन बांटने को कहने पर अटैच कोटेदार कहते हैं कि जब मर्जी होगी तब बाटेंगे जो चाहो कर लो। इससे कार्डधारकों में रोष व्याप्त है। गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव नया कोटेदार तय किया जाए, या कोटा स्वयं सहायता समूह को सौंपा जाए, जैसा शासनादेश है। मामले में एसडीएम से भी शिकायत हुई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।ऐसी ही समस्या से भनवापुर ब्लाक में पटखौली नानकार के उपभोक्ता भी जूझ रहे हैं। अंगूठा लगवाने के बाद भी राशन समय से नहीं दिया जा रहा है। दीपक, फूलचंद, हरिराम आदि का कहना है कि कोटेदार मनमानी कर रहा है। प्रभारी पूर्ति निरीक्षक डुमरियागंज विजय सहाय ने कहा कि नियमानुसार खाद्यान्न वितरण के निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई कोटेदार मनमानी करता है तो जांचकर कार्रवाई होगी।

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