बाइक व टेंपों से अस्पताल पहुंच रहे मरीज
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाइक व टेंपों से स्वजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा रहे हैं। कुछ मरीज को टैक्सी से आ रहे हैं। टैक्सी चालक भी मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे। वह मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
सिद्धार्थनगर : एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाइक व टेंपों से स्वजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा रहे हैं। कुछ मरीज को टैक्सी से आ रहे हैं। टैक्सी चालक भी मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे। वह मनमाना किराया वसूल रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल के इमरजेंसी अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या में विशेष अंतर नहीं आया है। लेकिन यहां से मेडिकल कालेज रेफर होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। कुछ तीमारदार निजी वाहन से मरीज को लेकर जा रहे हैं। अधिकांश अपने आप को असमर्थ बताते हुए यहीं पर इलाज करा रहे हैं।
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल का बुधवार को तीसरा दिन रहा। गंभीर रूप से बीमार मरीज व बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। बर्डपुर नंबर एक निवासी महेश बताते हैं कि स्वजन सरस्वती को लकवा का अटैक आया है। टैक्सी से लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। इलाज शुरू हो गया। लेकिन एंबुलेंस नहीं चलने के कारण यहां तक आने में विलंब हुआ। टैक्सी चालक ने मजबूरी का फायदा उठाते हुए डेढ़ हजार रुपये किराया लिया था। चिल्हिया गांव निवासी हकीकुल्लाह ने कहा कि पुत्र की तबीयत खराब हो गई। उल्टी-दस्त के साथ बुखार था। टेपो से छह सौ रुपये किराया देकर यहां तक आए। बांसी के सोनखर निवासी प्रहलाद यादव ने कहा पत्नी की तबीयत खराब थी। एंबुलेंस नहीं होने के कारण एक परिचित की कार से अस्पताल लेकर आए। महिला वार्ड में भर्ती कराया है।
इमरजेंसी वार्ड की रिपोर्ट तारीख- मरीज की संख्या- रेफर मरीज की संख्या
23 जुलाई- 73- सात
24 जुलाई- 68- एक
25 जुलाई- 58- पांच
26 जुलाई- 61- सात
27 जुलाई- 64- 00
28 जुलाई- 15- 00
नोट : यह डाटा 28 जुलाई दोपहर 12 बजे तक का है।