टूटते सांसों को रोकने के लिए आक्सीजन भरपूर

कोरोना का संक्रमण जोरों पर हैं। हर दिन कोरोना पाजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है। गंभीर रोगियों को एमसीएच विग में सौ बेड का एल- टू हास्पिटल चल रहा है। संक्रमितों की संख्या 4914 हो चुकी है। एक्टिव केस 671 है। यहां गंभीर रोगियों के टूटते सांसों को रोकने के लिए आक्सीजन सिलेंडर भरे पड़े हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:48 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:48 PM (IST)
टूटते सांसों को रोकने के लिए आक्सीजन भरपूर
टूटते सांसों को रोकने के लिए आक्सीजन भरपूर

सिद्धार्थनगर : कोरोना का संक्रमण जोरों पर हैं। हर दिन कोरोना पाजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है। गंभीर रोगियों को एमसीएच विग में सौ बेड का एल- टू हास्पिटल चल रहा है। संक्रमितों की संख्या 4914 हो चुकी है। एक्टिव केस 671 है। यहां गंभीर रोगियों के टूटते सांसों को रोकने के लिए आक्सीजन सिलेंडर भरे पड़े हैं। सिर्फ सामान्य संक्रमित ही यहां भर्ती हो रहे हैं। गंभीर संक्रमितों का इलाज बस्ती मेडिकल कालेज, लखनऊ व दिल्ली में हो रहा है। 53 जम्बो के साथ छोटे बड़े 152 आक्सीजन सिलेंडर सरकारी अस्पतालों में हैं।

प्रदेश के बड़े शहरों में रोगियों को आक्सीजन सिलेंडर भले ही समय से न मिल पा रहा है, पर जनपद में इसकी कोई कमी नहीं है। कोविड के लिए बने एल- टू अस्पताल में इस वक्त 53 जम्बो आक्सीजन सिलेंडर भरा हुआ मौजूद है। वहीं 128 छोटे सिलेंडर भी मरीजों के लिए उपलब्ध है। छोटे सिलेंडर को गंभीर रोगी के साथ कहीं भे ले जाया जा सकता है। कोरोना के नोडल डा. सौरभ चतुर्वेदी का कहना है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए आक्सीजन का पर्याप्त इंतजाम किया गया है।

भर्ती हैं 28 संक्रमित

एमसीएच विग में बने एल-टू अस्पताल में 28 कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। इनमें एक कोरोना पाजिटिव मरीज को आक्सीजन के सहारे रखा गया है। जबकि शेष संक्रमित पूरी तरह से सामान्य हैं। नोडल कोरोना डा. सौरभ चतुर्वेदी का कहना है कि सर्दी- जुकाम, बुखार से पीड़ित संक्रमित को एल-टू हास्पिटल में रखा जा रहा है। जबकि बिना लक्षण वाले मरीज होम आइसोलेशन में हैं। एक मरीज को आक्सीजन अलग से दिया जा रहा है।

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