बढ़ते कोरोना संक्रमण पर विपक्ष आक्रामक
सरकार और प्रशासन लोगों को मौत के मुंह में डालने काम कर रहा है। आक्सीजन की कमी से लोग दम तोड़ रहे हैं। और संक्रमण रोकने के लिए निचले स्तर पर प्रयास करने की जगह प्रशासन मौन है। ऐसा आरोप विपक्षी पार्टी के नेताओं ने लगाया।
सिद्धार्थनगर : सरकार और प्रशासन लोगों को मौत के मुंह में डालने काम कर रहा है। आक्सीजन की कमी से लोग दम तोड़ रहे हैं। और संक्रमण रोकने के लिए निचले स्तर पर प्रयास करने की जगह प्रशासन मौन है। ऐसा आरोप विपक्षी पार्टी के नेताओं ने लगाया। सपा और कांग्रेस के दो नेताओं ने सरकार को सीधे बदइंतजामी और उदासीनता पर घेरा है।
पूर्व विस प्रत्याशी सपा नेता रामकुमार उर्फ चिकू यादव ने कहा कि संक्रमण के चलते लोग तेजी से जान गंवा रहे हैं। लेकिन स्थानीय स्तर से इसकी रिपोर्टिग ही आगे नहीं हो रही। प्रशासन सिर्फ वही आंकड़ा मृतकों का बता रहा है, जिनकी मौत अस्पताल में एडमिट कराने के बाद हुई है। भरवठिया की रेखा में संक्रमण के सभी लक्षण थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने जांच नहीं किया और उसकी मौत हो गई। ऐसे 50 से अधिक लोग डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में एक महीने के भीतर महामारी के शिकार हो चुके हैं। लेकिन प्रशासन गिनी- चुनी संख्या बता रहा है। गांव में क्वारंटाइन सेंटर तक नहीं बने हैं। ऐसे में जो गरीब एक कमरे के घर में रहते हैं वह कैसे खुद को आइसोलेट कर सकेंगे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद ने कहा सूबे के मुखिया झूठ बोल रहे हैं कि प्रदेश में आक्सीजन व रेमडीसीवर व अन्य दवाओं की कोई कमी नहीं है। सरकार जानबूझकर लोगों को मौत के मुंह में धकेल रही है। जिले के किसी सीएचसी /पीएचसी पर मेडिकल आक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। जिले पर व्यवस्था है, लेकिन पहुंचने से पहले सांसे उखड़ जाती हैं। ऐसी आधा दर्जन मौतें कस्बे में हो चुकी हैं। जो लोग होम आइसोलेट हैं उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए कोई टीम नहीं लगाई गई है। सरकार व प्रशासन के लोगों पर जिम्मेदारी थोपकर खुद को पाक साफ बता रहे हैं।