बैंक से 1.34 करोड़ के हेराफेरी की फिर खुली फाइल

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) परसा रेलवे स्टेशन शाखा में एक वर्ष पूर्व हुए 1.34 करोड़ के हेराफेरी मामले की फाइल फिर से खुल गई है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की पुनर्विवेचना के लिए क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:17 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:17 PM (IST)
बैंक से 1.34 करोड़ के हेराफेरी की फिर खुली फाइल
बैंक से 1.34 करोड़ के हेराफेरी की फिर खुली फाइल

सिद्धार्थनगर : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) परसा रेलवे स्टेशन शाखा में एक वर्ष पूर्व हुए 1.34 करोड़ के हेराफेरी मामले की फाइल फिर से खुल गई है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की पुनर्विवेचना के लिए क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया है। अपराध शाखा की टीम ने मामले की नए सिरे से जांच भी शुरू कर दी है। गुरुवार को टीम मौके पर पहुंची। मामला 25 फरवरी 2016 का है। इसकी प्राथमिक रिपोर्ट शोहरतगढ़ थाना में 10 सितंबर 2020 को दर्ज की गई थी। इसमें तत्कालीन शाखा प्रबंधक पीएनबी आनंद कुमार व शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के कोटिया बाजार गांव निवासी शैलेंद्र कुमार को आरोपित किया गया था। पुलिस ने दौरान विवेचना शाखा प्रबंधक को क्लीनचिट दे दी है।

बांसी कोतवाली के चंगेरा पैलेस निवासी विजय नंदन प्रसाद ने आरोप लगाया कि उनकी भूमि शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के कोटिया बाजार गांव में है। जिसकी देखरेख इसी गांव निवासी शैलेंद्र कुमार करते हैं। इसमें से कुछ भूमि इंडो-नेपाल परियोजना में अधिग्रहित की गई। जिसका मुआवजा 4.03 करोड़ रुपये बना था। पीडब्ल्यूडी विभाग के पक्ष में इसका बैनामा 25 जून 2016 को रजिस्ट्री आफिस शोहरतगढ़ में किया गया था। विभाग ने दो चेक के माध्यम से पूरी धनराशि का भुगतान किया। 19 फरवरी 2016 को पीएनबी में एक संयुक्त खाता खोला गया था। जो मेरे व शैलेंद्र कुमार के हस्ताक्षर से संचालित हो रहा है। रजिस्ट्री आफिस में व्यस्तता का फायदा उठाते हुए आरोपित ने चार हस्ताक्षर किए हुए चेक चोरी कर लिया। 1.32 करोड़ की धनराशि पीएनबी के खाता में जमा किया। इस धनराशि को शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से निकाल लिया गया। यह धनराशि दूसरे के खाता में ट्रांसफर की गई है। कुछ दिनों बाद जब मामले की जानकारी हुई तो बैंक के उच्चाधिकारियों से मामले की जांच कराई। प्रभारी क्राइम ब्रांच बाबूराम यादव ने बताया कि मामले की फिर से जांच शुरू कर दी है। मौके का निरीक्षण किया गया। इस मामले में जितने लोगों का नाम सामने आया है, उनसे पूछताछ की जाएगी।

एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि बैंक से हेराफेरी के मामले में नए सिरे से जांच शुरू करने के लिए क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया गया है। चार बिदुओं पर जांच होगी। प्रथम²ष्टया मामला पैसे के लेनदेन का प्रतीत हो रहा है। मामले की जल्द जांच पूरी की जाएगी।

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