एक गोशाला गुलजार, दो पर सन्नाटा
बांसी मिठवल ब्लाक में स्थापित गोशाला सिर्फ कागज में संचालित हो रही है। कहने को तो यहां ती
बांसी: मिठवल ब्लाक में स्थापित गोशाला सिर्फ कागज में संचालित हो रही है। कहने को तो यहां तीन गोशाला संचालित हैं पर मात्र एक गोशाला जो तुर्सिया में स्थापित उसी में पशु मौजूद हैं। बाकी पेड़ार व कड़सरा की गोशाला के पशु किसानों के खेतों को अपना ठिकाना बना लिए हैं। जिम्मेदारों की इस लापरवाही से परेशान किसान अपने किस्मत को कोस रहा है।
ब्लाक स्थित ग्राम पंचायत तुरसिया के टोला संथवा में स्थापित अस्थाई गोशाला में दो पशु बीमार मिले। मानक के अनुसार पशुओं को खाने के लिए खली, हरा चारा भी शुक्रवार को उनकी नाद में नहीं दिखा। सभी गोवंश सूखा भूसा खाते मिले। जबकि यहां कुल पशुओं की संख्या 86 है, जिसमे से दो पशु बीमार पाए गए। परिसर में तो साफ सफाई चौकस दिखी परंतु पशुओं के नाद में सिर्फ सूखा भूसा मिला। ग्राम पंचायत अधिकारी शेषदत्त मिश्रा का कहना है कि हरा चारा आज उपलब्ध नहीं हो पाया था। पशुओं के बीमार होने की सूचना हमें नहीं है डाक्टर भेज कर तुरंत दिखवाता हूं। पेड़ार गोशाला से नदारद हो पशु बारिश के मौसम में भीगते हुए इधर उधर विचरण कर रहे हैं। चौराहे पर घूम रहे इस तरह के जानवर कभी कभी यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित करते हैं। इसी भांति पशु विहीन कड़सरा गोशाला में भी व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई है। और पानी भर गया है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत चुनाव के पहले से ही यहां से पशु गायब हो गये हैं। लोगों ने बताया कि पेड़ार गोशाला से होकर रेलवे लाइन गुजर रही है, •ामीन का माप हो गया है। यहां के ग्राम प्रधान महेंद्र कुमार चौबे ने बताया कि बरसात बाद से गौशाला संचालित की जाएगी।
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हमारे ब्लाक में पेडार, कड़सरा व तुर्सिया में गोशाला संचालित है। कुछ दिन पूर्व हमने मौके का मुआयना किया था। तुर्सिया में पशु हैं, कितु पेडार वह कड़सरा में जल जमाव के कारण पशु नहीं है। बारिश के बाद व्यवस्था होगी।
श्रीनिवास सिंह
एडीओ पंचायत, मिठवल