दो पुत्रों का मिला शव, पिता व तीसरे पुत्र की तलाश जारी

काफी खोजबीन के बाद चौथे दिन सुबह दस बजे के करीब घटना स्थल से 25 किलोमीटर दूर मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के लमुईया के पास बूढ़ी राप्ती नदी में नौ वर्षीय राज व सात वर्षीय पतलू का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। अभी भी पिता राजन व उसके तीसरे पुत्र प्रेम का शव नहीं मिल सका है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 11:43 PM (IST)
दो पुत्रों का मिला शव, पिता व तीसरे पुत्र की तलाश जारी
दो पुत्रों का मिला शव, पिता व तीसरे पुत्र की तलाश जारी

सिद्धार्थनगर : काफी खोजबीन के बाद चौथे दिन सुबह दस बजे के करीब घटना स्थल से 25 किलोमीटर दूर मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के लमुईया के पास बूढ़ी राप्ती नदी में नौ वर्षीय राज व सात वर्षीय पतलू का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। अभी भी पिता राजन व उसके तीसरे पुत्र प्रेम का शव नहीं मिल सका है।

बीस अक्टूबर की रात करीब नौ बजे ढेबरुआ थाना क्षेत्र के खैरी ऊर्फ झुंगहवा निवासी राजन अपने तीनों पुत्रों सात वर्षीय राज, पांच वर्षीय पतलू, तीन वर्षीय प्रेम के साथ तुलसियापुर-कठेला पीडब्ल्यूडी मार्ग के किनारे मटियार-झुंगहवा के बीच बूढ़ी राप्ती नदी में कूद गया था। उसी समय झुंगहवा टोले के रहने वाले एक युवक का अंतिम संस्कार भी कुछ दूरी पर हो रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक बाप राजन ने अपने बड़े बेटे पतलू का हाथ पीछे बांध कर नदी में धकेल दिया था। जबतक लोग कुछ समझ पाते तब तक राजन ने अन्य दो बेटों राज व प्रेम को अपने दोनों हाथों में दबाकर नदी में छलांग लगा दिया। पुलिस, पीएसी व एनडीआरएफ की टीम गुरुवार व शुक्रवार पूरे दिन तक नदी में तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली थी। सुबह घटनास्थल से काफी दूर किलोमीटर दूर मिश्रोलिया थाना क्षेत्र के लमुईया गांव के बूढ़ी राप्ती नदी के किनारे ग्रामीणों ने दो शवों को देखा। मिश्रोलिया थाने की पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों को नदी से बाहर निकाला।घटनास्थल पर स्वजन ने दोनों शवों की शिनाख्त की। मिश्रोलिया एसओ पंकज कुमार पाण्डेय व ढेबरुआ थानाध्यक्ष ब्रम्हानन्द गौड़ पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। नहीं हो सका 12 पंचायत सहायकों का चयन सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकासखंड में प्रधानों के मनमानी के कारण 12 ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायकों का चयन अधर में लटका हुआ है। महीने के प्रथम सप्ताह में ही 111 में से 99 पंचायत सहायकों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई, लेकिन बाकी के लिए 20 दिन बीतने के बावजूद जब कोई रास्ता नहीं निकला तो बीडीओ भनवापुर ने इन 12 पंचायतों की पत्रावलियों को जिले पर निर्णय हेतु प्रेषित कर दिया है। अब देखना है कि कितने दिनों में इन पंचायत सहायकों के चयन की प्रक्रिया संपन्न होगी। ज्ञात हो कि इन 12 आवेदकों पर आरोप है कि ग्राम प्रधान अपने परिवार या पंचायत सदस्यों के परिजनों को इस पद पर बैठाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कुछ पर तो फर्जी अंकपत्र लगाकर आवेदन करने का भी आरोप है। जिन गांव के पंचायत सहायकों का चयन नहीं हो सका उसमें कटरिया बाबू, महादेव गजपुर, खुरपहवा, कठौतिया गोकुल, जीवा, राई, तेनुई, अहिरौली पड़री, बौनाजोत, बामदेई, लोहरौहोली, पटखौली माफी शामिल हैं। बीडीओ धनंजय सिंह ने कहा कि आरोपों के मद्देनजर 12 पंचायत सहायकों से संबंधित पत्रावलियों को मैंने डीडीओ को भेज दिया है, उनका जैसा मार्गदर्शन होगा उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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