राष्ट्रीय वालीबाल खिलाड़ियों की अब मोहल्ला क्लास
कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में स्कूल बंद होने के बाद रेहरा की वालीबाल खिलाड़ियों ने पहल की है। वह रेहरा प्राथमिक स्कूल के वालीबाल कोर्ट में अभ्यास करती हैं। वहीं शाम को मोहल्ला क्लास चलाती हैं। कक्षा तीन तक के बचों को पढ़ाती हैं।
सिद्धार्थनगर: कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में स्कूल बंद होने के बाद रेहरा की वालीबाल खिलाड़ियों ने पहल की है। वह रेहरा प्राथमिक स्कूल के वालीबाल कोर्ट में अभ्यास करती हैं। वहीं शाम को मोहल्ला क्लास चलाती हैं। कक्षा तीन तक के बच्चों को पढ़ाती हैं। तीन वालीबाल खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर चुकी हैं। हिंदी, अंग्रेजी, गणित की पढ़ाई पढ़ाने के साथ बच्चों को नियमित होमवर्क देती हैं।
कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में स्कूल-कालेज बंद हो गए हैं। रेहरा गांव की वालीबाल की बालिका खिलाड़ी सदुप्रयोग कर रही हैं। यह खिलाड़ी कक्षा आठ से 12 तक की छात्राएं हैं। वह अपने पूर्व विद्यालय और गांव के बच्चों को रोजाना सुबह बिस्तर से उठा देती हैं। जागिग और वर्कआउट करने के बाद गांव के बाहर बाग में क्लास लगाती हैं। सीनियर छात्रा अपने जूनियर की हर समस्या का समाधान करती हैं। गांव के 12 बच्चों को वह पढ़ा रही है। यह कक्षा छह तक के छात्र हैं। इन्हें हिदी, अंग्रेजी, गणित की पढ़ाई पढ़ाने के साथ इन बच्चों को नियमित होमवर्क भी दिया जाता है। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई है। इस दौरान यह छात्राएं अपनी भी कंबाइड स्टडी (सामूहिक पढ़ाई) भी करती हैं। एक बार में इन छात्राओं समेत आठ से दस लोग पढ़ाई करते हैं।
कोविड 19 के नियम का पालन करना है अनिवार्य
मोहल्ला क्लास में पढ़ने वाले बच्चों के लिए कई नियम बनाए गए हैं। इन्हें कोविड-19 के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। बाग में चारपाई व कुर्सी की व्यवस्था पास के घर से की जाती है। परिषदीय विद्यालय के प्रेरक व वालीबाल कोच अरविद गुप्ता ने इन्हें बताया है कि सर्दी-खांसी व बुखार की अगर शिकायत हो तो उसे छिपाए नहीं, बल्कि तुरंत इसकी जानकारी दें। जिससे समय रहते इसकी जांच व इलाज किया जा सके।
राष्ट्रीय - संजना साहनी,
ज्योति वर्मा , रेनू
राज्यस्तरीय - नेहा गौड़,
नंदनी, रोशनी, संगीता,
नीलू, खुशी, अंजनी, नेमा, सुमन,
शालिनी, सुधा।