गोआश्रय स्थल नहीं, भटक रहे बेसहारा पशु
सिद्धार्थनगर बरसात में बेसहारा पशुओं की स्थिति देखते नहीं बन रही है। इटवा मुख्य मार्ग पर बड़
सिद्धार्थनगर : बरसात में बेसहारा पशुओं की स्थिति देखते नहीं बन रही है। इटवा मुख्य मार्ग पर बड़ी संख्या में बेसहारा पशु झुंड में घूमते रहते हैं। बारिश में न इनके रहने का कहीं कोई ठिकाना है और न ही चारा-पानी का। बेसहारा पशु संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार हैं जो समस्या समाधान की तरफ आंख मूंदे बैठे हैं।
इटवा को नगर पंचायत का दर्जा मिला तो उम्मीद बंधी कि बेसहारा पशुओं के लिए गो आश्रय बन जाएगा, जहां उनके चारा-पानी की व्यवस्था होगी। उपेक्षित जिला पंचायत की गोशाला को अस्थायी रूप से संचालित करने का दावा किया गया, परंतु शनिवार को बारिश के समय जिस प्रकार पशुओं का झुंड इधर-उधर घूम रहा था, उससे स्पष्ट हुआ कि सारी व्यवस्था कागज तक ही सीमित रही। कोई पशु कूड़ों के ढेर में भोजन की तलाश कर रहा था तो कोई सड़क किनारे एकत्रित गंदे पानी से अपनी प्यास बुझा रहा था। कुछ देर तक मुख्य मार्ग पर आवागमन भी बाधित रहा। राहगीर मुश्किल से रास्ता गुजर कर रहे थे। झुंड थोड़ा आगे बढ़ा तो इनका रूख खेतों की ओर चला गया। रोपाई की गई फसल बर्बाद होने लगी। जानकारी मिलने पर जब किसानों ने इन्हें खदेड़ा तो झुंड फिर सड़कों पर आ गया।
मनोज कुमार व मनीष ने बताया कि आए दिन पशुओं का झुंड सड़क पर व खेतों में घूमता दिखाई देता है। अमजद, राम प्रवेश व सुनील कुमार ने कहा कि पशुओं के रहने और खाने की व्यवस्था के प्रति जिम्मेदार लापरवाह हैं।
तहसीलदार अरविद कुमार ने कहा कि समस्या के बारे में पता करते हैं, फिर समाधान के लिए नगर पंचायत प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।