कानून व्यवस्था से किसी को खिलवाड़ की इजाजत नहीं

मोहाना थाना क्षेत्र के लकड़ी गांव में थानाध्यक्ष जय प्रकाश दुबे ने ग्रामीणों के साथ बैठक की। लोगों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। कहा कि पंचायत चुनाव जल्द होना है। गांव की राजनीति से प्रभावित होकर ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 11:47 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 11:47 PM (IST)
कानून व्यवस्था से किसी को खिलवाड़ की इजाजत नहीं
कानून व्यवस्था से किसी को खिलवाड़ की इजाजत नहीं

सिद्धार्थनगर : मोहाना थाना क्षेत्र के लकड़ी गांव में थानाध्यक्ष जय प्रकाश दुबे ने ग्रामीणों के साथ बैठक की। लोगों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। कहा कि पंचायत चुनाव जल्द होना है। गांव की राजनीति से प्रभावित होकर ऐसा कोई कदम न उठाएं, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो। एसओ ने कहा पंचायत चुनाव में तमाम तरह की घटनाएं घटती हैं। इसे रोकने के लिये सभी का सहयोग आवश्यक है। किसी को कानून से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

एसओ दुबे ने कहा कि आप लोग पुलिस के संपर्क में रहें। शासन के आदेश पर अराजकतत्वों पर नजर रखी जा रही है। यदि किसी ने कानून व्यवस्था का उल्लंघन किया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उप निरीक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव, पूर्व प्रधान हरिनरायन,संतोष पांडेय, रामविलास यादव, अवनीश त्रिपाठी, ब्रह्मचारी शुक्ल, सोमनाथ आदि मौजूद रहे। बेवां चौराहे को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग सिद्धार्थनगर : भारतभारी व बढ़नीचाफा को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद क्षेत्र के प्रसिद्ध चौराहों में शुमार बेवां बाजार को भी नगर पंचायत का दर्जा मिलने की आस बढ़ गई है। लंबे समय से चौराहे को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की मांग की जाती रही है। अगर इसे नपं का दर्जा मिल जाता तो बाजार समेत आसपास के गांवों को भी विकास के पंख लग जाएंगे।

बेवां चौराहे पर जिले की सबसे बड़ी सीएचसी है। बस्ती जनपद से आते समय यह सिद्धार्थनगर जनपद का सर्वाधिक महत्वपूर्ण चौराहा है। यहां की जनता लगातार इसे नगर पंचातत का दर्जा देने की मांग कर रही है जिससे यहां का विकास हो सके। विधानसभा क्षेत्र में दो नई नगर पंचायत गठन के बाद अब यहां के लोगों को उम्मीद है कि देर सबेर इसे भी नगर पंचायत बनाया जाएगा। जावेद मोइद, वंशराज, करमउल्लाह, असगर, हलीम आदि ने नपं का दर्जा दिलाने की मांग की है। जिससे विकास को मजबूती मिल सके। एसडीएम त्रिभुवन ने कहा कि यह शासन स्तर से ही तय हो सकता है। अभी कोई रिपोर्ट नहीं मांगी गई है।

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