ओमिक्रान वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं, रहें सतर्क
कोविड के ओमिक्रान वैरिएंट के प्रति स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में आठ बेड आरक्षित किया गया है। चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि नए वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है।
सिद्धार्थनगर: कोविड के ओमिक्रान वैरिएंट के प्रति स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में आठ बेड आरक्षित किया गया है। चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि नए वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। 15 नवंबर से लेकर अब तक जिले में 96 लोग अलग-अलग देशों से अपने घर पहुंचे हैं। इनकी निगरानी की जा रही है। विदेश से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा रहा है। सर्दी,जुकाम, बुखार आदि की समस्या होने पर इनकी कोविड जांच कराई जाएगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के ओमिक्रान वैरिएंट के संबंध में जारी चेतावनी के बाद स्वास्थ्य महकमा सक्रिय हो गया है। विदेश से आए लोगों का आठवें दिन कोविड 19 की जांच कराने की सलाह दी जा रही है। महामारी रोग विशेषज्ञ समीर सिंह का कहना है कि विदेश से आए लोगों से आइसोलेशन पूरा होने या जांच में निगेटिव रिपोर्ट आने तक मिलने से बचें। सर्दी, खांसी, बुखार समेत अन्य लक्षण दिखे तो विभाग को तत्काल सूचना दें, ताकि समय से जांच कराते हुए उपचार किया जा सके।
नागरिकों के संपर्क में आने पर होगी जांच
विदेश से लौट रहे लोगों को 14 दिनों तक निगरानी में रहने का दिशा-निर्देश है। इस बीच परिवार या आस-पड़ोस में कोई भी व्यक्ति विदेश से लौटे नागरिक के संपर्क में आता है तो उसकी कोविड जांच कराई जाएगी।
अपनाएं कोविड प्रोटोकाल
कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव के लिए कोविड प्रोटोकाल जरूरी है। सामाजिक दूरी का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं। बच्चों व बुजुर्गों का काफी ध्यान दें। इम्युनिटी युक्त खाद्य सामग्री का सेवन करें। बाहरी लोगों से मिलने से बचें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सौरभ चतुर्वेदी ने कहा कि ओमिक्रान वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहें। विदेश से घरों पर पहुंचने वाले लोगों को निगरानी में रखें। इनसे मुलाकात करने से बचें। घर पर सप्ताह भर का दिन पूरा हो जाने पर आठवें दिन जांच जरूर कराएं, ताकि संभावित संक्रमण को समय से खत्म किया जा सके।