विकसित की जाएगी काला नमक की नई प्रजाति

कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के प्रक्षेत्र फार्म पर काला नमक धान पर अनुसंधान कार्य प्रारंभ कर दिया गया। यहां काला नमक की नई प्रजातियों को विकसित किया जाएगा। परियोजना का मुख्य उद्देश्य काला नमक की गुणवत्ता युक्त प्रजातियों का विकास करना है। जिसकी कड़ी में शनिवार को नर्सरी डालने का कार्य किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:58 PM (IST)
विकसित की जाएगी काला नमक की नई प्रजाति
विकसित की जाएगी काला नमक की नई प्रजाति

सिद्धार्थनगर : कृषि विज्ञान केंद्र सोहना के प्रक्षेत्र फार्म पर काला नमक धान पर अनुसंधान कार्य प्रारंभ कर दिया गया। यहां काला नमक की नई प्रजातियों को विकसित किया जाएगा। परियोजना का मुख्य उद्देश्य काला नमक की गुणवत्ता युक्त प्रजातियों का विकास करना है। जिसकी कड़ी में शनिवार को नर्सरी डालने का कार्य किया गया।

केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं हेड डा. एलसी. वर्मा ने बताया कि काला नमक धान के आनुवंशिक विकास, उत्पादकता पर पड़ने वाले जैविक एवं अजैविक प्रभाव, सुगंध संरक्षण एवं गुणात्मक पोषण वृद्धि के लिए अनुसंधान कार्य आरंभ किया गया है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के निर्देशक डा. एके. सिंह के माध्यम से प्राप्त 10 जर्म प्लाज्मा (अनुवांशिक पदार्थ) परीक्षण के लिए नर्सरी डालने का कार्य 2म2.5 मीटर के प्लाट में आज आज शुरू कर दिया गया है।

केंद्र पर काला नमक के अनुसंधान का कार्य देख रहे डा. मारकंडेय सिंह ने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता युक्त प्रजातियों को विकसित करना, फसल की अवधि को कम करना, प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बढ़ाना तथा मूल सुगंध को संरक्षित कर नई प्रजातियों का विकास करना है। साथ ही जिले के अलग-अलग स्थानों से चयनित 57 जर्म प्लाज्मा के परीक्षण का कार्य भी आरंभ हो गया है। परियोजना के मुख्य संरक्षक डा. विजेंद्र सिंह ने बताया कि हमें पूर्ण विश्वास है की नई विकसित बौना काला नमक प्रजाति का उत्पादन एवं सुगंध अच्छा रहेगा एवं किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा। नर्सरी डालते समय डा. प्रदीप कुमार, डा. एसएन सिंह आदि मौजूद रहे। योग से शरीर रहता है निरोग : अशोक विश्वास सिद्धार्थनगर : बढ़नी ब्लाक के महादेव बुजुर्ग के एसएसबी 50वीं वाहिनी के बीओपी कार्यालय पर शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। जवानों ने योग की विभिन्न प्रक्रियाओं को कर सभी को स्वस्थ रहने का संदेश दिया।

वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी अशोक विश्वास ने कहा कि शनिवार से 23 जून तक यह कार्यक्रम अनवरत चलेगा। अधिकारी, जवान व उनके परिवार के सदस्य भी योगाभ्यास में शामिल होंगे। योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी को अपनी जीवनशैली में योगाभ्यास को नियमित रूप से शामिल करना चाहिए। आज की भाग-दौड़, व्यस्तता तथा परिवार से दूर रहकर कठिन परिस्थितियों में जवानों की शारीरिक और मानसिक एकाग्रता तथा शांति बनाए रखने में योग महत्वपूर्ण है। योग से मस्तिष्क और शरीर के एकीकरण को बल मिलता है। एक नई स्फूर्ति के साथ शरीर निरोग रहता है।

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