बाजार में मास्क व सैनिटाइजर का टोटा
कोरोना संक्रमण को लेकर जारी आतंक के बीच डाक्टर से लेकर विशेषज्ञ सभी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि चेहरे पर मास्क और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। परंतु जब अस्पताल पर मास्क की मांग की जाती है तो अभी नहीं आया है कह कर बाहर से खरीदने की सलाह दी जाती है। दवा की दुकानों पर भी इनकी उपलब्धता न के बराबर है।
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर : कोरोना संक्रमण को लेकर जारी आतंक के बीच डाक्टर से लेकर विशेषज्ञ सभी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि चेहरे पर मास्क और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। परंतु जब अस्पताल पर मास्क की मांग की जाती है तो अभी नहीं आया है कह कर बाहर से खरीदने की सलाह दी जाती है। दवा की दुकानों पर भी इनकी उपलब्धता न के बराबर है। कुछ दुकानदार पड़ोसी देश नेपाल से साधारण मास्क लाकर डंप किए हैं, जो अधिक मूल्य पर बेच रहे हैं।
शनिवार को तहसील क्षेत्र के पीएचसी भवानीगंज, चकचई, देईपार, बढ़नी चाफा में मास्क व सैनिटाइजर के उपलब्धता देखी गई। उक्त सामान करीब एक साल पहले इन अस्पतालों में आए थे, अब समाप्त हो चुके हैं। हालांकि जिला अस्पताल से मास्क व सैनिटाइजर की मांग की गई है परंतु अभी तक उपलब्ध नहीं हो सका। अस्पताल के निकट विभिन्न दवा दुकानों में जाने पर मास्क व सैनिटाइजर महंगे दामों पर बिकते मिले। दुकानदारों का कहना है कि पहले सैनिटाइजर उपलब्ध था, लेकिन अब नहीं मिल रहा है। मास्क के साथ भी यही समस्या है। एन -95 मास्क की तो बात ही नहीं, सामान्य मास्क भी नहीं मिल रहे हैं। कुछ दुकानों में सामान्य मास्क हैं लेकिन, कीमत तीन गुना से अधिक वसूली जा रही है। भले ही वह मास्क कोरोना वायरस से बचाव में उपयुक्त हो या न हो। नीरज शुक्ला, रघुनंदन पांडेय, सुभाष , मो. सादिक, वहीद अहमद आदि का कहना है कि प्रशासन सभी सरकारी अस्पतालों में मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराए। बाजार में अधिक मूल्य पर यह सामान की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीएम त्रिभुवन ने कहा कि सैनिटाइजर व मास्क की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।