निकली कलश यात्रा, भक्ति में डूबे श्रोता

क्षेत्र के ग्राम सकतपुर में 11 दिवसीय रुद्र महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को गाजे-बाजे के बीच कलश यात्रा के साथ हुआ। खूब अबीर-गुलाल उड़े। भक्ति के सागर में श्रद्धालु झूमते दिखाई दिए। जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 12:22 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 12:22 AM (IST)
निकली कलश यात्रा, भक्ति में डूबे श्रोता
निकली कलश यात्रा, भक्ति में डूबे श्रोता

सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के ग्राम सकतपुर में 11 दिवसीय रुद्र महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को गाजे-बाजे के बीच कलश यात्रा के साथ हुआ। खूब अबीर-गुलाल उड़े। भक्ति के सागर में श्रद्धालु झूमते दिखाई दिए। जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।

गांव स्थित संकटेश्वर नाथ मंदिर पर कलश यात्रा की तैयारी दोपहर से दिखाई दी। समय बढ़ा तो श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने पूजन करते हुए कलाश यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे आध्यात्मिक आयोजन पूर्व विधायक स्व. स्वयंबर चौधरी करते थे, अब उनके सुपुत्र भाजपा जिला उपाध्यक्ष राम कृपाल चौधरी करते आ रहे हैं। यज्ञ से क्षेत्र ही नहीं प्रदेश व देश का भी कल्याण होता है। मंदिर के सुंदरीकरण का प्रस्ताव भेजा गया। यहां का जो मार्ग आजादी के बाद से उपेक्षित था, वहां उन्होंने सड़क निर्माण कराने का कार्य किया। स्मृति द्वार बनाए गए। पुल बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे सिद्धार्थनगर व बलरामपुर जनपद सीमा के लोगों को आसानी हो सके।

यज्ञ स्थल से निकली कलश यात्रा विभिन्न मार्गों से फरूआही घाट तक पहुंची, भक्ति गीतों पर श्रोता थिरकते नजर आए। घाट पर मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भराया गया। फिर यात्रा वापस मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुई। जहां विधि विधान से कलश को स्थापित कराया गया। आयोजक राम कृपाल ने बताया कि यज्ञ में प्रतिदिन एक से चार बजे तक आचार्य लक्ष्मण महाराज प्रवचन करेंगे, जबकि रात में रामलीला का मंचन होगा। राम शबद उपाध्याय, शैलेष पाठक, अजय गुप्ता, कृष्णा मिश्रा, दीप नारायण त्रिपाठी, विकास जायसवाल, कृष्ण मुरारी दुबे, सुधीर त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भव्य कलश यात्रा सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज चौराहे पर स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में आयोजित संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ के लिए सोमवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भव्य यात्रा में श्रद्धालु शामिल हुए। पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। लोग भक्ति गीतों पर झूमते रहे। जय श्रीराम का नारा भी गुंजायमान होता रहा।

मंदिर तिराहे से खीरा मंडी होकर श्रद्धालुओं का जत्था घोड़े पर सवार यजमान की अगुवाई में राप्ती तट पर पहुंचा। जहां पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भरा गया। वहां से पुन: श्रद्धालुओं का जत्था वापस कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा। यज्ञाचार्य ने वैदिक रीति-रिवाज से कलश स्थापना कराया। यात्रा में शामिल महिला एवं पुरुष डीजे पर लगे भक्ति गीतों पर झूमते रहे। भक्ति के सागर में डूबे जयकारे लगाते रहे। जगह जगह श्रद्धालुओं को दुकानदारों ने जलपान की व्यवस्था की थी। तारा चंद्र कसौधन, रूबी, शिवपूजन कसौधन, पिटू, सच्चिदानंद पांडेय, प्रहलाद कसौधन, नंदिनी कसौधन, बेबी, आरती आदि मौजूद रहे।

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