दो दिनों से जाम के झाम में जूझ इटवा चौराहा

दो दिन से इटवा चौराहा जाम से झाम से जूझ रहा है। दिन में कई-कई बार समस्या बन रही है। एक बार जो जाम में फंसा घंटों परेशान हुआ। दोपहर में विकट स्थिति दिखी तेज धूप में हर किसी के चेहरे लाल दिखाई दे रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 11:46 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 11:46 PM (IST)
दो दिनों से जाम के झाम में जूझ इटवा चौराहा
दो दिनों से जाम के झाम में जूझ इटवा चौराहा

सिद्धार्थनगर : दो दिन से इटवा चौराहा जाम से झाम से जूझ रहा है। दिन में कई-कई बार समस्या बन रही है। एक बार जो जाम में फंसा, घंटों परेशान हुआ। दोपहर में विकट स्थिति दिखी, तेज धूप में हर किसी के चेहरे लाल दिखाई दे रहे थे।

वैसे तो आए दिन यहां जाम की दिक्कत बन रही है। परंतु इधर बुधवार से इसमें और इजाफा हो गया है। पंचायत चुनाव के चलते मुंबई व दूसरे शहरों से जहां बहुत सारे लोग ट्रेन, प्लेन, बस से आए, वहीं जिनके पास खुद के वाहन थे, वह उसी से आ पहुंचे। लोगों की संख्या बढ़ने के साथ वाहन भी बढ़ गए। पहले सप्ताह में दो दिन तो अब तीन दिन साप्ताहिक की घोषणा हुई है। जिसके चलते बाजार में खरीदारों की भीड़ ज्यादा दिखाई दे रही है। कल की तरह गुरुवार को भी कई बार जाम के हालात बने। एक बार जाम लगा तो वाहनों की लंबी कतार लग जाती। मुख्य चौराहे से बढ़नी, बांसी, बिस्कोहर व डुमरियागंज सभी प्रमुख मार्गों पर लोग फंसे दिखाई देते। जब ज्यादा देर होती तो फिर मौके पर पहुंचकर पुलिस जाम हटाने के प्रयास में लग जाती।

नागरिकों का मानना है कि इधर पटरियों पर ज्यादा दुकानें लग गई हैं, ठेले वाले भी सड़क पर कब्जा जमाए रहते हैं, जिसके कारण ऐसी स्थिति बन रही है।

फिरोज अहमद व अब्दुल वहीद ने कहा कि इधर रमजान के महीने में रोजेदार खरीदारी के लिए आते हैं, जो जाम में फंस जाते हैं उन्हें नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजू, सुनील व महेश कुमार ने कहा कि अगर पटरी का अतिक्रमण साफ हो जाए तो समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाए। उपजिलाधिकारी उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कहा कि मतगणना के बाद अभियान चलाया जाएगा, जो भी अवैध कब्जा किए हुए हैं, उन्हें हटाया जाएगा।

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