गोरखपुर-गोंडा रेलमार्ग पर नहीं बंद होगी इंटरसिटी: सांसद
गोरखपुर-गोंडा रेलमार्ग पर इंटरसिटी बंद करने के निर्णय को लेकर सांसद जगदंबिका पाल बुधवार को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मिले। रेल मंत्री से कहा कि इंटरसिटी ही एक ऐसी ट्रेन है जिससे सिद्धार्थनगर बढ़नी और बलरामपुर के लोगो को सीधा फायदा पहुंचता है। यह ट्रेन इस रूट की लाइफ लाइन है।
सिद्धार्थनगर: गोरखपुर-गोंडा रेलमार्ग पर इंटरसिटी बंद करने के निर्णय को लेकर सांसद जगदंबिका पाल बुधवार को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मिले। रेल मंत्री से कहा कि इंटरसिटी ही एक ऐसी ट्रेन है, जिससे सिद्धार्थनगर, बढ़नी और बलरामपुर के लोगो को सीधा फायदा पहुंचता है। यह ट्रेन इस रूट की लाइफ लाइन है। इसे बंद करने के निर्णय से जनता में असंतोष है। सांसद की बातों का संज्ञान लेते हुए रेल मंत्री ने कहा है कि इंटरसिटी का संचालन जारी रहेगा।
यह जानकारी देते हुए सांसद ने दूरभाष पर बताया कि मंत्री से वार्ता के बाद पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक के यहां से उन्हें बुधवार की शाम को बताया गया कि इंटरसिटी बंद नहीं होगी। इसी क्रम में सांसद पाल ने सदन में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से प्रश्न पूछते हुए कहा कि गोरखपुर से गोंडा के बीच जो लगभग चार आकांक्षा जनपदों को जोड़ती है, उनके बीच उत्तर-पूर्व रेलवे का विद्युतीकरण का कार्य दो साल पहले स्वीकृत हुआ था, अभी तक पूरा नहीं हुआ। मंत्री ने इसे 2022 तक पूरा कराने का आश्वासन दिया। सांसद पाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कोरोना के नए संस्करण ओमिक्रोन के आने चिता जाहिर की। सरकार से अनुरोध किया कि इसे रोकने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार लोकसभा क्षेत्र स्तर पर निगरानी करें। लोगों को इससे बचाव के प्रति जागरूक किया जाए। कहा कि इस वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट आफ कंसर्न यानी चिताजनक कहा है। इससे बचाव के लिए सरकार को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटाबेस में पूर्ण जीनोम अनुक्रम और संबंधित मेटाडेटा जमा करना होगा।