मोदी की यात्रा से और मजबूत होंगे भारत-नेपाल के रिश्ते

भारत-नेपाल सीमा स्थित सिद्धार्थनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन रोटी-बेटी के रिश्ते वाले दोनों देश के संबंधों में और गर्मजोशी भर सकता है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जहां पर्यटन उद्योग को पंख लगने की उम्मीद बढ़ी है वहीं कारोबार की गति भी तेज होने की आशा है। सिद्धार्थनगर के नागरिकों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जल्द ही दोनों देशों की सील सीमा खोलने के संबंध में पहल कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:12 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:12 AM (IST)
मोदी की यात्रा से और मजबूत होंगे भारत-नेपाल के रिश्ते
मोदी की यात्रा से और मजबूत होंगे भारत-नेपाल के रिश्ते

ब्रजेश पांडेय, सिद्धार्थनगर:

भारत-नेपाल सीमा स्थित सिद्धार्थनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन रोटी-बेटी के रिश्ते वाले दोनों देश के संबंधों में और गर्मजोशी भर सकता है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जहां पर्यटन उद्योग को पंख लगने की उम्मीद बढ़ी है, वहीं कारोबार की गति भी तेज होने की आशा है। सिद्धार्थनगर के नागरिकों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जल्द ही दोनों देशों की सील सीमा खोलने के संबंध में पहल कर सकते हैं। कस्टम कार्यालय खोलने की घोषणा कर कारोबारी परिवहन की गति तेज और लागत कम करने की दिशा में बड़ा कदम उठा सकते हैं।

भारत सरकार ने बौद्ध केंद्र सारनाथ से बुद्ध जन्म स्थली लुम्बिनी को जोड़ने के लिए सिद्धार्थनगर के ककरहवा बार्डर तक एनएच 233 का निर्माण किया है। यहां से लुम्बिनी की दूरी केवल 10 किमी है। हालांकि कोरोना संक्रमण काल के चलते सीमा सील होने के कारण इस राजमार्ग का प्रयोग सीमा पार जाने के लिए अभी नहीं हो पाया है। वहीं, हाइवे बनने के बाद यहां कस्टम कार्यालय की भी मांग की जा रही है। इस संबंध में प्रधानमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर प्रतिवेदन देने की भी तैयारी है। इसके पहले 2014 में सांसद जगदंबिका पाल ने कस्टम कार्यालय की मांग उठाई थी। कस्टम कार्यालय खुल जाने से बड़ी बसें और बड़े मालवाहक यहां से नेपाल आ-जा सकेंगे। इससे दोनों देशों के कारोबारियों और नागरिकों को आवागमन में राहत मिलेगी। अभी नेपाल आने-जाने के लिए विदेशी पर्यटकों, मालवाहकों और बड़े यात्री वाहनों को सोनौली होकर जाना पड़ता है। सिद्धार्थनगर से सोनौली की दूरी 80 किमी है।

की है कस्टम कार्यालय की मांग

सांसद जगदंबिका पाल का कहना है कि रोटी-बेटी के रिश्ते वाले नेपाल से भारत का संबंध भाजपा सरकार में हमेशा मजबूत होता रहा है। मेडिकल कालेज की स्थापना, एनएच-233 का निर्माण और रेल यात्रा की सुविधा नेपाली नागरिकों को भी मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ककरहवा बार्डर पर कस्टम कार्यालय खोलने का प्रस्ताव दिया गया है, ताकि बड़े यात्री वाहन और माल वाहक इस रूट से नेपाल जा सकें। अभी सामान्य कस्टम कार्यालय है, जो इन वाहनों को पास नहीं करता है। साथ ही नेपाल सीमा को खुलवाने की पहल करने का भी प्रस्ताव दिया जा रहा है।

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