मारपीट की सूचना पर पीएचसी पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह गुरुवार को अचानक पीएचसी बढ़नी पहुंचे। एक दिन पहले दो चिकित्सकों के बीच हुई मारपीट के मामले की जानकारी ली। दोनों चिकित्सकों को आदत में सुधार लाने के लिए निर्देशित किया। जांच के निर्देश दिए। अनुशासनहीनता करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:24 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:24 PM (IST)
मारपीट की सूचना पर पीएचसी पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
मारपीट की सूचना पर पीएचसी पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

सिद्धार्थनगर : स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह गुरुवार को अचानक पीएचसी बढ़नी पहुंचे। एक दिन पहले दो चिकित्सकों के बीच हुई मारपीट के मामले की जानकारी ली। दोनों चिकित्सकों को आदत में सुधार लाने के लिए निर्देशित किया। जांच के निर्देश दिए। अनुशासनहीनता करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा। मरीज व तीमारदारों से बात की। लोगों ने पीएचसी में तैनात चिकित्सकों के व्यवहार को लेकर रोष व्यक्त किया। स्वास्थ्य मंत्री सभासद त्रियुगी अग्रहरि के मां के निधन पर संवेदना प्रकट करने के उनके आवास पर भी गए और कुशल क्षेम पूछा।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों के बीच हुई मारपीट के मामले से विभाग की साख गिरी है। समाज में डाक्टरों को आदर भाव से देखा जाता है। यह अशोभनीय कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. एसके पटेल को फटकार लगाते हुए कहा कि आइंदा से अस्पताल में विवाद हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने शिकायत करते हुए कहा कि बाहर से खुलेआम दवा मंगाई जा रही है। कमीशन के चक्कर में मरीज का जबरदस्ती एक्सरे कराया जा रहा है। जांच के नाम सभी डाक्टरों की पैथोलाजी से सेटिग हैं। जिसपर मंत्री ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को जमकर फटकार लगाई। सभासद संजय जायसवाल, मसूद खान आदि ने कहा कि एक वर्ष के अंदर दो बार तबादला हुए एक चिकित्सक व वार्ड ब्वाय की शिकायत आम है। कुछ वर्षों से डाक्टरों के बीच आपसी वर्चस्व और भ्रष्टाचार को लेकर दो गुट बन गया है। परिसर में जमा कूड़े के ढेर को देख संबंधित को फटकारा।

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