गुरुजी अवकाश पर, खेलते मिले बच्चे
परिषदीय विद्यालयों में बचों को अछी शिक्षा सुरक्षा एवं उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर साल करोड़ों रुपये का बजट दिया जाता है। जिम्मेदारों की उदासीनता ने इस व्यवस्था पर ग्रहण लगा दिया है।
सिद्धार्थनगर : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को अच्छी शिक्षा, सुरक्षा एवं उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर साल करोड़ों रुपये का बजट दिया जाता है। जिम्मेदारों की उदासीनता ने इस व्यवस्था पर ग्रहण लगा दिया है। गुरुजी छुट्टी पर हैं तो कहीं भवन जर्जर है। कायाकल्प योजना में भरपूर धन खर्च किए गए। लेकिन काम नहीं दिख रहा है। हफ्ते में एक दिन दूध पिलाने की व्यवस्था खत्म हो चुकी है। शुक्रवार को कुछ परिषदीय विद्यालयों की ऐसी दिखी हकीकत।
शोहरतगढ़ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय छतहरा में कक्ष के सामने लगे पानी व गंदगी का ढेर है। रैंम भी नहीं है। बिजली कटी हुई है। चहारदीवारी नहीं है। ऐसे में बच्चे कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। स्कूल में 167 बच्चों का नामांकन है, जिसमें से 95 बच्चे उपस्थित रहे। कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार इनको पढ़ाया जा रहा था। पांच शिक्षको में एक शिक्षिका स्मिता सरन 20 अगस्त से छुट्टी पर हैं।
प्राथमिक विद्यालय छतहरी में ग्यारह बजे शिक्षिका प्रधानाध्यापक के रूम में रहीं। बच्चे कक्षा के बाहर खेलते मिले। बिना मास्क के थे। उपस्थित शिक्षिका सपना रानी ने बताया कि यहां की अध्यापिका गरिमा श्रीवास्तव एआरपी हो गई हैं। इसलिए नहीं आती हैं। प्रधानाध्यापक सरिता यादव की तबीयत खराब होने के कारण आकस्मिक अवकाश पर हैं। रसोईया प्रभावती व शिक्षामित्र रेखा ने बताया कि तीन माह से मानदेय नहीं मिला है। जिससे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
प्राथमिक विद्यालय महला में कुल पंजीकृत बच्चों की संख्या 131है। 70 बच्चे विद्यालय में मौजूद रहे। कुल पांच अध्यापक की तैनाती है। प्रधानाध्यापक अवधेश कुमार ने बताया कि विद्यालय भवन बहुत पुराना व जर्जर है। विभागीय आदेशानुसार फरवरी माह में भवन ध्वस्तीकरण में आ गया है। विभाग को नवनिर्माण की प्रस्ताव पूर्व में दिया जा चुका है। धन मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। विद्यालय में बच्चों के पीने का पानी दूषित है। बार बार लिखित सूचना दिया जा चुका है। गुरुवार को भी इसकी सूचना दी गई है। शौचालय की स्थिति ठीक है। विद्यालय भवन गिरने के कारण दो अतिरिक्त कक्ष में अध्यापन कार्य कराया जा रहा है।