बढ़ रही बानगंगा, लहरें देख ग्रामीणों की धड़कन तेज
दो दिन से लगातार मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नदी बानगंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। जो कभी भी खतरे के निशान को पार कर सकता है। इससे तटवर्ती गांव नौडिहवा नकाही आदि ग्रामीणों की धड़कन तेज हो गई है।
सिद्धार्थनगर : दो दिन से लगातार मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नदी बानगंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। जो कभी भी खतरे के निशान को पार कर सकता है। इससे तटवर्ती गांव नौडिहवा, नकाही, आदि ग्रामीणों की धड़कन तेज हो गई है।
राप्ती व बूढ़ी राप्ती के बाद अब बानगंगा भी क्षेत्र में तबाही मचाने को आतुर दिख रही है। अगस्त के पहले सप्ताह से ही बाढ़ आ गई। दो दिन की बारिश में इसका उग्र रूप दिखाई देने लगा है। क्षेत्र में नदियों के कटान एवं बाढ़ से हर वर्ष दर्जनों घर तबाह होते है। किसानों के लहलहाती हजारों बीघा फसल बर्बाद हो जाती है। चुनाव में जनप्रतिनिधियों का यह सबसे बड़ा मुद्दा होता है। लेकिन चुनाव के बाद इसके रोकथाम का कोई उपाय नहीं किया जाता है। ठोकर के नाम पर खानापूर्ति भर की जाती है। जिससे कटान व बाढ़ से क्षेत्र को निदान नहीं मिलाता। बानगंगा एवं बूढ़ी राप्ती के तटवर्ती गांवों के लोगों के सामने सैलाब का खतरनाक मंजर है। जबकि करोड़ों रुपये हर वर्ष बाढ़ के नाम पर खर्च किए जाते हैं। नौडिहवा के ग्रामीण लगातार गांव को बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से गुहार लगाते है, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही नसीब होता है। नौडिहवा के चन्द्रकांत, बलराम, महेश, खदेरू आदि कहते है कि पहाड़ी नदी हर साल कटान करती है। नदी में बाढ़ देखकर मन में डर समा गया है। डुमरियागंज के आंबेडकर नगर वार्ड में घुसा बाढ़ का पानी
सिद्धार्थनगर : राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से डुमरियागंज के आंबेडकर नगर शाहपुर बाजार वार्ड में पानी भर गया है। शाहपुर- मझौवा मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ने से जहां आवागमन बाधित हो गया है, वहीं अनुसूचित मोहल्ले में लोगों के घरों व धोबहा मार्ग स्थित दुकानों में पानी भरने से स्थिति दयनीय हो गई है। अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से किसी तरह की राहत सामग्री का वितरण नहीं हुआ और न ही नगर पंचायत जलनिकासी का प्रबंध करवा रहा है।
शाहपुर बाजार जो जिले का बड़ा व्यापार का केंद्र है। यहां की मंडी से दूर- दराज के व्यापारी फल और सब्जी खरीदने के लिए पहुंचते हैं, बावजूद यहां जलनिकासी का कोई इंतजाम नहीं है। इन दिनों राप्ती उफान पर है तो बाढ़ का पानी शाहपुर के मोहल्लों में भर गया है। सबसे खराब स्थिति धोबहा मार्ग की है। इस मार्ग पर बने दुकानों में पानी भर गया है जिसके चलते दुकानदारी ठप हो गई है। वहीं अनुसूचित बस्ती में जलभराव है। लोगों के घरों में पानी भर गया जिससे अधिकतर परिवार रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं।
गुरुवार देर शाम कस्बे से होकर मझौवा ( खुनियांव ब्लाक) जाने वाले मार्ग पर पानी चढ़ गया। जिससे इस रास्ते पर आवागमन बाधित हो गया है। एसडीएम त्रिभुवन ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से मझौवा मार्ग पर आवागमन बंद है लोगों तक मदद पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।