सरकारी मिठास का इंतजाम अधूरा
त्योहारों में सरकार ने गरीबों के मुंह मीठा करने का इंतजाम किया। अक्टूबर महीने में अंत्योदय कार्ड धारकों को तीन किलो चीनी मिलनी थी।
सिद्धार्थनगर : त्योहारों में सरकार ने गरीबों के मुंह मीठा करने का इंतजाम किया। अक्टूबर महीने में अंत्योदय कार्ड धारकों को तीन किलो चीनी मिलनी थी। माह बीतने वाला है, लेकिन पूरे जिले में अभी तक किसी भी कोटे पर चीनी नहीं पहुंची है। जिम्मेदारों की उदासीनता का खामियाजा ऐसे को भुगतना पड़ रहा है।
बानगी के तौर पर डुमरियागंज तहसील क्षेत्र को लें तो यहां लगभग 14 हजार परिवारों के हिस्से में यह इंतजाम नहीं पहुंचा। पहुंचे भी तो कैसे जब पूर्ति निरीक्षकों का पद ही रिक्त चल रहा है। कार्डधारक शिकायत भी करें तो कहां और किससे यह बताने वाला कोई नहीं है।
दशहरा और दीपावली को देखते हुए सरकार ने अंत्योदय कार्डधारकों को तीन किलो चीनी प्रति कार्डधारक देने के निर्देश दिए। 18 रुपये प्रति किलो की दर से चीनी मिलनी थी, लेकिन भनवापुर के लगभग पांच हजार व डुमरियागंज ग्रामीण 8094 तथा 824 शहरी क्षेत्र के कार्डधारकों को अबतक नहीं उपलब्ध कराई गई। स्थिति सिर्फ डुमरियागंज में नहीं बल्कि पूरे सिद्धार्थनगर जनपद की है। सभी जिलों में चीनी वितरित करने के लिए खाद्य आयुक्त मनीष चौहान के निर्देश भी हैं, बावजूद जिम्मेदार मौन हैं।
कभी-कभी आते हैं साहब
भनवापुर ब्लाक में पूर्ति निरीक्षक का पद महीनों से खाली है। इटवा के आरओ विजय सहाय के पास चार्ज है। अब डुमरियागंज पूर्ति निरीक्षक नरेंद्रमणि त्रिपाठी का तबादला कर इटवा आरओ को चार्ज दे दिया गया है।
जरा इनकी भी सुनें
अंत्योदय कार्डधारकों में अशफाक, मनीष, राजन, देवेंद्र, अंगनू, रामप्रवेश, सतीश, रोशन आदि ने बताया कि कोटेदार कह रहे की चीनी मिली ही नहीं तो बांटे कैसे। पूर्ति विभाग के जिम्मेदार मिलते ही नहीं। शिकायत लेकर इटवा जाना पड़ता है, फिर भी सुनवाई नहीं होती।
आदेश काफी देर से मिला है। 30 अक्टूबर तक चीनी अंत्योदय कार्डधारकों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। जबतक किसी पूर्ति निरीक्षक की तैनाती नहीं होती तबतक बाबू को जिम्मेदारी दी जाएगी। कस्बे में निजी कमरा लेकर विभाग का दफ्तर खोला जाएगा।
बृजेश कुमार मिश्रा, जिलापूर्ति अधिकारी