तीन बेटों के साथ नदी में कूदे पिता का नहीं चला पता

ढेबरुआ थानाक्षेत्र के खैरी उर्फ झुंगहवा निवासी पैंतीस वर्षीय राजन व उसके तीन बचों का गुरुवार शाम तक कुछ पता नहीं चल सका है। सुबह से ही पीएसी व एसडीआरएफ की टीम बूढ़ी राप्ती नदी में तलाश कर रही थी। शाम तक टीम को सफलता नहीं मिली।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 12:07 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 12:07 AM (IST)
तीन बेटों के साथ नदी में कूदे पिता का नहीं चला पता
तीन बेटों के साथ नदी में कूदे पिता का नहीं चला पता

सिद्धार्थनगर : ढेबरुआ थानाक्षेत्र के खैरी उर्फ झुंगहवा निवासी पैंतीस वर्षीय राजन व उसके तीन बच्चों का गुरुवार शाम तक कुछ पता नहीं चल सका है। सुबह से ही पीएसी व एसडीआरएफ की टीम बूढ़ी राप्ती नदी में तलाश कर रही थी। शाम तक टीम को सफलता नहीं मिली।

बुधवार की रात करीब नौ बजे राजन अपने तीनों पुत्रों सात वर्षीय राज, पांच वर्षीय पतलू, तीन वर्षीय प्रेम के साथ तुलसियापुर-कठेला पीडब्ल्यूडी मार्ग के किनारे मटियार-झुंगहवा के बीच बूढ़ी राप्ती नदी में कूद गया। उसी समय झुंगहवा टोले के रहने वाले एक युवक का अंतिम संस्कार भी कुछ दूरी पर हो रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक बाप राजन ने अपने बड़े बेटे पतलू हाथ पीछे बांध कर नदी में धकेल दिया। जब तक मौजूद लोग कुछ समझ पाते तब तक राजन ने अपने अन्य दो बेटों राज व प्रेम को अपने दोनों हाथों में दबाकर नदी में छलांग लगा दिया। राजन की मां अनारा देवी और उसका एक बड़ा भाई 38 वर्षीय जग्गू ने बताया कि एक साल पहले उसकी पत्नी उसे छोड़ मायके चली गई है। तबसे वह तनाव में रहता था। बुधवार शाम को रोज की भांति अपने तीनों बच्चों को घर से लेकर घुमाने के लिए नदी की तरफ गया था। नेपाल के पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ था और नदी के बहाव की गति भी तेज थी। पीएससी के दल के प्रभारी मोतीचंद गुप्ता के नेतृत्व में जवानों ने पूरे दिन चारों पिता व पुत्रों की स्टीमर की सहायता से तलाश किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। मौके पर उपजिलाधिकारी शिवमूर्ति सिंह, तहसीलदार धर्मवीर भारती, नायब तहसीलदार अवधेश कुमार राय, सीओ राणा महेंद्र प्रताप सिंह, ढेबरुआ व कठेला समय माता थाने के प्रभारी ब्रह्मानन्द गौड़ व सौदागर राय, ग्राम प्रधान दिनेश यादव डटे रहे।

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