कालरात्रि दर्शन के लिए गालापुर में भक्तों का लगा रहा तांता

वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन गालापुर वटवासिनी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने माता कालरात्रि का दर्शन पूजन किया। अत्यधिक भीड़ होने के चलते मंदिर परिसर में सिर्फ चार लोगों को एक साथ प्रवेश मिला। लोग अपनी बारी की प्रतीक्षा में लाइन में खड़े रहे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:23 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:23 PM (IST)
कालरात्रि दर्शन के लिए गालापुर में भक्तों का लगा रहा तांता
कालरात्रि दर्शन के लिए गालापुर में भक्तों का लगा रहा तांता

सिद्धार्थनगर : वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन गालापुर वटवासिनी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने माता कालरात्रि का दर्शन पूजन किया। अत्यधिक भीड़ होने के चलते मंदिर परिसर में सिर्फ चार लोगों को एक साथ प्रवेश मिला। लोग अपनी बारी की प्रतीक्षा में लाइन में खड़े रहे।

वटवासिनी धाम में पहले दिन से ही माता की पूजा अर्चना कोविड गाइडलाइन के अनुरूप चल रही है। रविवार लाकडाउन के बाद सोमवार सप्तमी तिथि के चलते सुबह से ही मंदिर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सुरक्षा नियमों के चलते परिसर से लगभग 300 मीटर पहले ही बैरिकेडिग कर श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। दो पंक्तियों से भक्तों को माता के दर्शन हेतु परिसर में प्रवेश मिला। दो पुरुष और दो महिलाओं को एक बार में प्रवेश देने का नियम प्रभावी रहा। दर्शन उपरांत बाहर निकलने के लिए अलग द्वार की व्यवस्था दिखी। भक्तों ने महाकाली का दर्शन कर परिवार के सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा और पूरे दिन परिसर में सप्तशती के श्लोक गूंजते रहे। कतारबद्ध दर्शनार्थियों से फिजिकल दूरी का पालन कराने में मंदिर प्रबंधन कमेटी के सदस्य व इटवा पुलिस के जवान पसीना बहाते दिखे। इटवा एसएचओ वेदप्रकाश ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। छोटे बच्चों को लाने की मनाही

मंदिर व्यस्थापक पंडित ठाकुर प्रसाद मिश्रा ने कहा कि कोविड संक्रमण को देखते हुए सुरक्षा के ²ष्टिकोण से छोटे बच्चों को लाने से मना किया गया है। परिसर को हर रात सैनिटाइज्ड कराया जा रहा है। दर्शन के लिए भी सीमित प्रवेश दिए जा रहे हैं, जिससे कोरोना से बचाव हो सके।

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