तीन साल बाद भी विवाह घर का निर्माण अधूरा

नगर पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। इनके प्रोजेक्ट कब पूरे होंगे यह जानकारी देने वाला कोई नहीं है। सितंबर 2018 में विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने राप्ती तट पर सार्वजनिक विवाह गृह का शिलान्यास किया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 11:49 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 11:49 PM (IST)
तीन साल बाद भी विवाह घर का निर्माण अधूरा
तीन साल बाद भी विवाह घर का निर्माण अधूरा

सिद्धार्थनगर : नगर पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। इनके प्रोजेक्ट कब पूरे होंगे यह जानकारी देने वाला कोई नहीं है। सितंबर 2018 में विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने राप्ती तट पर सार्वजनिक विवाह गृह का शिलान्यास किया था। बनने की मियाद छह महीने की थी। तीन वर्ष बीत चुका है, लेकिन विवाह घर अभी तक तैयार नहीं हो सका है।

नगर पंचायत डुमरियागंज चार करोड़ की लागत से विवाह गृह बनवा रहा है। तीन साल से स्थानीय लोग इसके पूरा होने की राह देख रहे हैं। जिससे नए वर्ष में शुरू हो रही लग्न में लोगों को इसका लाभ मिल सके। काम कच्छप गति से चल रहा है और परिसर में निर्माण सामग्री का टोटा है। बुधवार को जागरण की पड़ताल में यहां चार मजदूर काम करते मिले। राजगीर व ठेकेदार मौके पर नहीं थे। मजदूरों ने बताया कि सप्ताह भर से सीमेंट नहीं है कुछ प्लास्टर कार्य बाकी है उसके बाद फर्श निर्माण होगा, फिर रंगाई पोताई होगी। कल्लू गौतम ने कहा कि नगरवासियों को शादी- विवाह के लिए महंगा होटल बुक करने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं।अजय अग्रहरि ने कहा कि विधायक ने जब शिलान्यास किया था तो उम्मीद थी कि यह सुविधा शीघ्र मिलने लगेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पंकज कसौधन ने कहा कि ठीकेदार की मनमानी से कार्य अपूर्ण है। जो विभाग कार्य करवा रहा उसे समय भीतर कार्य पूरा कराना चाहिए। सौरभ पांडेय का कहना है कि जब पर्याप्त सामग्री और मजदूर ही नहीं हैं तो काम कब पूरा होगा यह आसानी से समझा जा सकता है।

डुमरियागंज अधिशासी अधिकारी शिव कुमार ने कहा कि बाढ़ के कारण भवन में पानी भर गया था। जिससे निर्माण रोकना पड़ा। काम दोबारा प्रारंभ है, शीघ्र ही इसका लोकार्पण विधायक डुमरियागंज करेंगे।

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