डरें नहीं कोरोना से लड़ें, तैयार है अस्पताल

कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। संक्रमण को खत्म करने के लिए जंग जारी है। एमसीएच विग में 170 बेड का अस्पताल बनाया गया है। 15 वेंटिलेटर मशीन उपलब्ध है। 100 मरीजों को एक साथ आक्सीजन सप्लाई का इंतजाम भी किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:51 PM (IST)
डरें नहीं कोरोना से लड़ें, तैयार है अस्पताल
डरें नहीं कोरोना से लड़ें, तैयार है अस्पताल

सिद्धार्थनगर: कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। संक्रमण को खत्म करने के लिए जंग जारी है। एमसीएच विग में 170 बेड का अस्पताल बनाया गया है। 15 वेंटिलेटर मशीन उपलब्ध है। 100 मरीजों को एक साथ आक्सीजन सप्लाई का इंतजाम भी किया गया है। आवश्यक दवाएं मौजूद हैं। एक पखवारा के लिए सिलेंडर स्टोर है। 128 छोटे-बड़े सिलेंडर भरकर स्टोर में रखा गया है।

कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा भी गंभीर है। संक्रमण से गंभीर समस्याओं से जूझने वालों को अस्पताल में इलाज के लिए आवश्यक उपाय किया गया है। गंभीर रोगियों को गैर जनपद न भेजना पड़े इसकी व्यवस्था की गई है। तीन शिफ्ट में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल की टीम लगाई गई है। यह आठ- आठ घंटे मरीजों के बीच रहकर सेवा में लगे हुए हैं।

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कोविड अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। जांच, ट्रेसिग लगातार जारी है। संक्रमित को किसी प्रकार की समस्या हो तो तत्काल हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करना चाहिए।

डा. आइवी विश्वकर्मा, सीएमओ

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कोविड अस्पताल में यह सुविधा है उपलब्ध

उपलब्ध बेड- 170

बेड पर उपलब्ध आक्सीजन- 100

वेंटिलेटर मशीन- 15

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भर्ती मरीजों की यह है हालत

भर्ती मरीज- 30

आक्सीजन सपोर्ट पर- 03

वेंटिलेटर पर- 00

खाली बेड-140

खुद को आइसोलेट करना बेहतर

सिद्धार्थनगर : बेवां सीएचसी के अधीक्षक डा. वीएन चतुर्वेदी 13 अप्रैल को हुई जांच में कोरोना संक्रमित मिले। उन्होंने कोविड 19 के दोनों डोज लगवा रखा था फिर भी बीमारी की गिरफ्त में आ गया। एक सप्ताह से वह होम क्वारंटाइन हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी दवाओं के साथ- साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन भी कर रहे हैं। खानपान पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। सुबह गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीते हैं। नाश्ते में अंकुरित चना, मौसमी का जूस, रोटी व हरी सब्जी ले रहे हैं। दोपहर में चावल, दाल, रोटी, सब्जी, सलाद ले रहे हैं। रात में भी दाल, रोटी व हरी सब्जी लेते हैं। सोने से पहले हल्दी मिला गुनगुना दूध लेते हैं। बताया कि पहले से काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं।

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