गांव में गंदगी, जिम्मेदार बेखबर
सफाईकर्मियों की मनमानी से ग्रामीण क्षेत्रों में चहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां बजबजाती नजर आ रही हैं। जगह जगह कूडे़ का ढेर लगा हुआ है। ऐसे में क्षेत्र में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
सिद्धार्थनगर : सफाईकर्मियों की मनमानी से ग्रामीण क्षेत्रों में चहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां बजबजाती नजर आ रही हैं। जगह जगह कूडे़ का ढेर लगा हुआ है। ऐसे में क्षेत्र में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। विडंबना तो यह है कि शिकायत के बावजूद समस्या का निस्तारण नहीं हो रहा है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। जबकि सरकार की ओर से सफाईकर्मियों की नियुक्ति करके गांव व कस्बों तथा सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने की पूरजोर कोशिश की जा रही है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है।ग्रामीणों द्वारा सफाईकर्मियों के लापरवाह रवैये की शिकायत करने पर विभागाीय अधिकारी रटा रटाया हुआ जवाब जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जा रहा है। ब्लाक के बेतनार, सोहना, मनिकौरा, खुरपहवा, बौनाजोत सहित अन्य गांव में गंदगी का बोलबाला है।नालियों का पानी जाम होकर सड़कों पर बह रहा है,जिसमे मच्छरों की संख्या बढ़कर मच्छर जनित रोगों को बढ़ावा दे रही है। बुखार, उल्टी, दस्त,मलेरिया जैसे रोग तेजी से फैल रहे हैं, बावजूद जिम्मेदारों की नींद नहीं खुल रही है। रामरक्षा, दिलीप, शिवाकांत, विवेक, मुजीब आदि ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कर्मचारी महीनों तक गांव मे नहीं दिखते हैं, प्रधान से हाजिरी लगवा कर अपने कार्यो से इतिश्री कर ले रहे हैं। बीडीओ धनंजय सिंह ने कहा जांच कर व्यवस्था ठीक कराएंगे।
बेसहारा पशुओं के साथ नील गाय बनी किसानों के लिए समस्या
सिद्धार्थनगर : नवसृजित नगर पंचायत बढ़नीचाफा में सुविधाओं का इंतजार है। उम्मीद थी कि शीघ्र ही यह नगर पंचायत विभिन्न सुविधाओं से लैस होंगे। लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी सुविधाओं का इंतजार बना हुआ है। गोशाला निर्माण के लिए भूमि चिह्नित है, लेकिन अबतक धन नहीं मिला। भूमि चिह्नांकन के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। जिससे बेसहारा पशु किसानों की फसल नुकसान कर रहे हैं और सड़क पर दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।
अक्टूबर 2020 में एसडीएम त्रिभुवन ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए नवसृजित नगर पंचायत में भूमि चिह्नित कर रिपोर्ट प्रशासन को प्रेषित की। जिसमें कान्हा गोशाला का निर्माण प्रमुख था। बढ़नीचाफा नगर पंचायत में इसके लिए दो एकड़ व डंपिग ग्राउंड के लिए भूमि चिह्नित है, लेकिन न तो गोशाला निर्माण शुरू हुआ न ही कचरा निस्तारण हेतु डंपिग ग्राउंड। स्थानीय मुकेश श्रीवास्तव, कुलदीप पांडेय, पंकज पांडेय, विजय अग्रहरि, सतीश पांडेय, मुकेश आदि का कहना है कि पहले ग्राम पंचायत की व्यवस्था थी तो सेक्रेटरी व बीडीओ से शिकायत व समाधान करा लेते थे। लेकिन अब तो समस्या सुनने वाला भी कोई नहीं। ईओ शिवकुमार ने कहा नगर पंचायत के मार्फत कान्हा गोशाला व अन्य कार्यों के लिए बजट की डिमांड की गई है। धन मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। जंगली जानवरों को खदेड़ने के लिए सफाईकर्मियों को निर्देशित किया गया है।