दीक्षा में गुरुजनों से मिलती है सीख : डिप्टी सीएम

उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि दीक्षा समारोह में गुरुजन से छात्रों को सीख मिलती है। यह पथ प्रदर्शक है जो आगे और भी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह दीक्षांत समारोह है शिक्षांत नहीं। यह गांठ बाधें कि शिक्षा का कोई अंत नहीं

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 10:56 PM (IST)
दीक्षा में गुरुजनों से मिलती है सीख : डिप्टी सीएम
दीक्षा में गुरुजनों से मिलती है सीख : डिप्टी सीएम

सिद्धार्थनगर : उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि दीक्षा समारोह में गुरुजन से छात्रों को सीख मिलती है। यह पथ प्रदर्शक है, जो आगे और भी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह दीक्षांत समारोह है शिक्षांत नहीं। यह गांठ बाधें कि

शिक्षा का कोई अंत नहीं हैं। जीवन पर्यन्त सीखने की आदत डालनी होगी। विवि के शिक्षा का दायरा बढ़ेगा। जल्द ही रिक्त पदों को भरा जाएगा। विश्वविद्यालय में संस्कृत व पाली भाषा में शोध कार्य शुरू होगा।

डिप्टी सीएम शुक्रवार को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के तृतीय दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा का वह पड़ाव है, जो नए दायित्व का बोध कराता है। विश्वविद्यालय का अति संक्षिप्त इतिहास है, लेकिन यह संस्थान ऊंचाइयों को छूने के लिए आतुर है। विदेशी भाषाओं को सिखाने का उपक्रम शुरू हो गया। बौद्ध केंद्र में नेपाली, सिंहली, थाई आदि भाषाओं की शिक्षा प्रदान की जाएगी। समय से परीक्षा, मूल्यांकन, परीक्षा रिजल्ट देने का विश्वविद्यालय ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नकल विहीन परीक्षा कराने में भी सफल रहे। दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ ने कार्य करना शुरू कर दिया है। नेपाल की शासकीय सूची में इस विश्वविद्यालय का नाम शामिल कराने का भी प्रयास होगा। परीक्षा में राउटर सिस्टम लागू होगा। जिसमें सभी कालेज आनलाइन जुड़ जाएंगें। एनएसएस की गतिविधियों को प्रारंभ किया गया है। शिक्षा के साथ ही रोजगार देने का प्रयास प्रारंभ कर दिया गया है। जल्द ही प्लेसमेंट के लिए भी संपर्क शुरू किया जाएगा। विश्वविद्यालय के सीमा का विस्तार भी किया जा सकता है। कुलपति प्रो. सुरेंद्र दुबे ने आभार ज्ञापित किया।

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