कटान जारी, तीन सप्ताह बाद बहाल नहीं हुआ आवागमन
शाहपुर-सिगारजोत मार्ग पर स्थित सिगारजोत पुल के एप्रोच की कटान नहीं रुक रही है। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की ओर से भरसक प्रयास किया गया पर कटान जारी है। करीब तीन सप्ताह पहले यहां बड़े वाहनों का आवागमन जो बंद हुआ था वह अब तक बहाल नहीं हो सका है।
सिद्धार्थनगर : शाहपुर-सिगारजोत मार्ग पर स्थित सिगारजोत पुल के एप्रोच की कटान नहीं रुक रही है। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की ओर से भरसक प्रयास किया गया, पर कटान जारी है। करीब तीन सप्ताह पहले यहां बड़े वाहनों का आवागमन जो बंद हुआ था, वह अब तक बहाल नहीं हो सका है।
सिद्धार्थनगर-बलरामपुर सीमा पर बने सिगारजोत के पुल का एप्रोच पिछले महीने कटना शुरू हुआ। स्थिति ज्यादा विकट हुई तो छह सितंबर को पुल से भारी वाहनों का आवागमन वर्जित कर दिया गया। वाहनों का संचालन रोकने के लिए बैरीकेडिंग की गई। शुरूआत में पुलिस जवानों की तैनाती भी रहती थी। कटान रोकने के लिए विभागीय अधिकारियों ने युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू किया, रात दिन काम पर मजदूर लगाए गए। सुरक्षा संबंधित कार्य कराए गए, पर इसके बाद भी कटान नहीं रूकी। अभी तक हुई कटान से पुल के एप्रोच की आधी सड़क राप्ती नदी की कोख में समाहित हो चुकी है। शेष बची सड़क में फिर से दरार पड़ने लगी है, कब पूरी सड़क कट जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। जबकि बैरीकेडिंग के पास सुरक्षा पहरा हटा लिया गया। सिर्फ लाल निशान लगा हुआ है। फिर भी बहुत सारी छोटी चार पहिया गाड़ियों का आवागमन हो रहा है, हर समय इनकी जान खतरे में बनी रहती है, परंतु मजबूरी में समय बचाने के चक्कर में लोग इसी तरफ से आते-जाते हैं। क्योंकि दूसरी तरफ के मार्ग का सहारा लें तो 40-50 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है।
जेई पीडब्ल्यूडी बलरामपुर राम नरेश गुप्ता ने कहा कि सुरक्षा की ²ष्टि से आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पानी अधिक होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। हल्के वाहन का गुजर हो रहा है, भारी वाहनों का आवागमन अभी बंद है। जब पुल पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया जाएगा, इसके बाद ही आवागमन बहाल हो सकेगा।