मुनीम ने लिखी थी लूट की झूठी कहानी
पुलिस ने 12 घंटे के भीतर किया घटना का पर्दाफाश
सिद्धार्थनगर : गोल्हौरा थाना क्षेत्र के भिटिया-बरगदवा के बीच मुनीम के साथ हुई लूट की घटना गुरुवार को जांच में झूठी निकली। पुलिस ने घंटों पूछताछ की। घुमाकर पूछे गए सवालों के जाल में मुनीम फंसता गया। अंत में उसने कबूल किया कि उसने लूट की झूठी पटकथा लिखी थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ग्राम तिवारीपुर में दबिश दी। वहां रिश्तेदार के घर से पूरी रकम के साथ दोनों चेक बरामद किया। घटना के 12 घंटे के भीतर पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।
बुधवार की शाम करीब पांच बजे इटवा थाना के मनिकौरा गांव निवासी मधुर श्याम शर्मा ने 112 नंबर पर सूचना दी कि बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचा के बल पर 3.92 लाख रुपये लूट लिए हैं। बाइक की डिक्की में रखे 70 हजार मूल्य के दो चेक को भी साथ में ले गए। वह इटवा बाजार स्थित श्याम आटो सर्विस में कर्मचारी है। प्रतिष्ठान के बांसी शाखा से नकद व दो चेक लेकर बाइक से इटवा जा रहा था। बरगदवा के पास ईंट भट्ठा के पास दो लोग ओवरटेक करने के बाद बाइक को जबरन रोक दिया। चाभी और मोबाइल छीन लिया। भागते समय मोबाइल और चाबी को वहीं फेंक दिया। एसपी राम अभिलाष त्रिपाठी ने मामले की जांच के लिए गोल्हौरा व बांसी थाना की पुलिस लगाया। एसओ बांसी शैलेश कुमार सिंह, गोल्हौरा शमशेर बहादुर सिंह व एसआइ जीवन त्रिपाठी ने पूछताछ की। जिसमें उसने सच्चाई कबूल की। कर्जदारों से बचने के लिए दी थी लूट की झूठी सूचना
डुमरियागंज : भवानीगंज थाना के भानपुर रानी निवासी गल्ला व्यापारी कल्पनारायण ने भी डुमरियागंज थाना के गौहनिया राज गांव के 8.40 लाख रुपये लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी। पूछताछ में उसने बताया कि मौके पर उसके पास रुपये नहीं थे। कर्जदारों के तकादा से बचने के लिए कपोल-कल्पित लूट की कहानी गढ़ी। बुधवार दिन में लूट की सूचना प्रसारित होने के बाद जिले में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने दोनों मामलों की सघन जांच की। सूचना देने वाले दोनों लोगों से अलग-अलग टीम ने पूछताछ की। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर प्रथमदृष्टया इन्हीं पर संदेह गया था। मुनीम के बताए ठिकाने से रकम बरामद की गई है। दोनों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
राम अभिलाष त्रिपाठी
पुलिस अधीक्षक