बिस्कोहर बिजली कांड के आरोपितों का मुकदमा वापस
वर्ष 2015 में बिजली समस्या को लेकर बिस्कोहर में हुए आंदोलन में ढाई सौ से अधिक लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत हुआ था। इस मुकदमे को समाप्त कराने के लिए इटवा विधायक व मंत्री डा. सतीश द्विवेदी के प्रयास से डीएम की रिपोर्ट के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ती रही। मुख्यमंत्री से मुकदमे की वापसी पर अनुमति के बाद न्यायालय सीजेएम ने मुकदमा समाप्त करने से संबंधित आदेश दिया है।
सिद्धार्थनगर : वर्ष 2015 में बिजली समस्या को लेकर बिस्कोहर में हुए आंदोलन में ढाई सौ से अधिक लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत हुआ था। इस मुकदमे को समाप्त कराने के लिए इटवा विधायक व मंत्री डा. सतीश द्विवेदी के प्रयास से डीएम की रिपोर्ट के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ती रही। मुख्यमंत्री से मुकदमे की वापसी पर अनुमति के बाद न्यायालय सीजेएम ने मुकदमा समाप्त करने से संबंधित आदेश दिया है।
सितंबर 2015 में बदहाल बिजली व्यवस्था को लेकर व्यापारियों एवं नागरिकों ने आंदोलन किया था। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस व जनता में झड़प हुई थी। लाठीचार्ज के बाद बिस्कोहर पुलिस छावनी बन गयी थी। तत्कालीन एसडीएम राम सूरत पाण्डेय की तहरीर पर पुलिस ने 23 नामजद सहित करीब ढाई सौ के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया था। वारंट व कुर्की की कार्रवाई भी हुई।
--
इन पर दर्ज था नामजद मुकदमा
चंद्र प्रकाश गुप्ता, राज किशोर सोनी, प्रभात जायसवाल, रिकू सिंह, अरविद सिंह, चिनके, वदूद, अहमद, गजेन्द्र सिंह, लाल बहादुर, मौलाना हमीदुल्लाह, अताउल्लाह, जावेद, भुट्टू, संतोष, मोनू, नृपेन्द्र सिंह, मिटू सिंह, राजन, सुधीर त्रिपाठी, अमित, लड्डू लाल, सचिन गुप्ता आदि के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था।
-
बोले मंत्री
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि पिछली सपा सरकार में बिजली को लेकर शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे व्यापारियों व नागरिकों पर पुलिस द्वारा जघन्य अत्याचार किया गया। चुनाव के समय उन्होंने वादा किया था कि यदि चुनाव जीते और भाजपा सरकार बनी तो मुकदमा वापस होगा। आज का दिन ऐतिहासिक है। इतने सारे लोगों के ऊपर फर्जी मुकदमे समाप्त हुए।