समाज की कुरीतियों व देशभक्ति की कविता पर झूमें दर्शक

देर रात तक चला कार्यक्रम गजलों की भी खूब जमी महफिल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Dec 2020 05:56 PM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 05:56 PM (IST)
समाज की कुरीतियों व देशभक्ति की कविता पर झूमें दर्शक
समाज की कुरीतियों व देशभक्ति की कविता पर झूमें दर्शक

सिद्धार्थनगर: जनपद स्थापना दिवस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन मंगलवार को लोहिया कला भवन में किया गया। कवियों ने विविध रसों की रचनाएं प्रस्तुत कर वाहवाही बटोरीं। समाज की कुरीतियों से लगायत देश भक्ति से जुड़ी प्रस्तुतियों पर श्रोता जमकर झूमें।

कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का शुभारंभ कवयित्री सत्यमवदा शर्मा की सरस्वती वंदना से हुआ। युवा शायर संघशील झलक ने अपनी गजलों से युवाओं ने वाहवाही लूटी। वरिष्ठ रचनाकार ब्रह्मदेव शास्त्री पंकज की रचना समंदर में उठा तूफान, है सैलाब दरिया में, किसी की आंख से दो बूंद आंसू बह गये होंगे, सुनाकर श्रोताओं की कोमल संवेदनाओं को झंकृत कर दिया। नैनीताल से आए मशहूर कवि मोहन मुंतजरि ने अपनी बारी में एक से बढ़कर एक कविताएं प्रस्तुत कर सबका मनमोह लिया। उनकी रचना फिर किसी से मिलाएंगे न•ारें, फिर किसी से मोहब्बत करेंगे, वो अगर बेवफा हो गयी तो, दूसरी से मोहब्बत करेंगे सुनकर युवा श्रोता देर तक तालियां बजाते रहे. युवा कवि पंकज सिद्धार्थ ने अपनी उम्दा गजलों के माध्यम से प्यार, मोहब्बत, भाईचारे का सशक्त संदेश दिया। शायर नियाज कपिलवस्तुवी ने अपनी रचना के माध्यम से लाकडाउन की यादों को साझा करते हुए कहा- बजे न बैंड बाजे, न ही शहनाई की धुन गूंजी, मिली न एक भी शादी की लाकडाउन में, अजब सी हो गयी दुनिया की हालत लाकडाउन में, लाकडाउन से जुड़ी नियाज की यह रचना लोगों ने खूब सराही। वरिष्ठ रचनाकार डा. ज्ञानेंद्र द्विवेदी दीपक ने देश की एकता अखंडता को समर्पित रचना-टुकड़े, टुकड़े, टुकड़े, टुकड़े, जितने तनमन उतने टुकड़े, टुकड़ों से ही पूछ रहा हूं, मेरा हिदुस्तान कहां है, सुनाकर लोगों को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। दिल्ली से आए हास्य कवि योगेंद्र सुंद्रियाल की रचनाओं पर खूब ठहाके लगे। सुप्रसिद्ध हास्य कवि बादशाह प्रेमी के संचालन में रात बारह बजे तक कवयित्री प्रीति गुप्ता, रत्नेश रत्न, नूर क़ासमी, डा. जावेद कमाल, जावेद सरवर, निया•ा आ•ामी आदि ने भी विविध रसों की कविताएं सुनाकर श्रोताओं को भरपूर रसास्वादन कराया। सांसद जगदंबिका पाल ने कार्यक्रम के लिए आयोजन समिति का आभार प्रकट करते हुए निकट भविष्य में भव्य कपिलवस्तु महोत्सव के आयोजन की मंशा भी प्रकट की। एसडीएम उमेश चंद्र निगम, विकास कश्यप, सीओ सदर प्रदीप कुमार यादव, समाज कल्याण अधिकारी डा. राहुल गुप्ता, अतिरिक्त सूचना अधिकारी विमलेश कुमार, पूर्व प्रधानाचार्य चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, शिक्षक नेता राधेरमण त्रिपाठी, योगेंद्र पांडेय, अनिल सिंह, राम करन गुप्ता, कैप्टन नीरज श्रीवास्तव, बबलू श्रीवास्तव, आयोजन समिति के संयोजक राणा प्रताप सिंह, डा. अरुण प्रजापति, अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव, नितेश पांडेय, फतेह बहादुर सिंह, अरुण त्रिपाठी, सुजीत जायसवाल, सर्वेश जायसवाल, अमित त्रिपाठी, श्रीधर पांडेय, देवेंद्र सिंह, विकास पांडेय,संजीव जायसवाल, सिद्धार्थ गौतम, राजेश मिश्र आदि मौजूद रहे.

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