बुद्ध का अस्थिकलश कपिलवस्तु में स्थापित करे सरकार : सांसद

डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल ने लोकसभा में शुक्रवार को भगवान बुद्ध के अस्थिकलश को कपिलवस्तु में स्थापित करने की मांग की। नियम 377 के तहत सांसद ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली यही क्षेत्र है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:44 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:44 PM (IST)
बुद्ध का अस्थिकलश कपिलवस्तु  में स्थापित करे सरकार : सांसद
बुद्ध का अस्थिकलश कपिलवस्तु में स्थापित करे सरकार : सांसद

सिद्धार्थनगर: डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल ने लोकसभा में शुक्रवार को भगवान बुद्ध के अस्थिकलश को कपिलवस्तु में स्थापित करने की मांग की। नियम 377 के तहत सांसद ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली यही क्षेत्र है। जहां बौद्ध धर्म के मानने वाले लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष आने में अपना सौभाग्य मानते हैं। कपिलवस्तु में पर्यटक आने के बाद वहां के इतिहास को जानने की जिज्ञासा रखते हैं। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने राष्ट्रीय संग्रहालय की स्थापना पिपरहवा कपिलवस्तु में की है। कोलकाता विश्वविद्यालय के समस्त खोदाई से प्राप्त वस्तुओं को उक्त संग्रहालय में रखा गया है, लेकिन यहां से खुदाई में प्राप्त दो अस्थिकलश वर्तमान समय में राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली में रखा हुआ है। जबकि गौतम बुद्ध ने जीवन के प्रारम्भिक 29 वर्ष कपिलवस्तु में ही व्यतीत किये थे। इसलिए बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए कपिलवस्तु अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। सांसद पाल ने कहा कि यदि एक अस्थिकलश वहां से राष्ट्रीय संग्रहालय पिपरहवा, कपिलवस्तु में स्थिति कर दी जाय तो बौद्ध धर्म को मानने वाले लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष सारनाथ, कपिलवस्तु, कुशीनगर एवं श्रावस्ती के साथ वहां जाकर दर्शन कर सकेंगे। जिससे देश एवं प्रदेश को काफी विदेशी मुद्रा से राजस्व में वृद्धि होगी। ध्यान लगाना बुद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसलिए बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए संग्रहालय के पास एक ध्यान केंद्र होना भी आवश्यक है। प्रवेश की अंतिम तिथि घोषित : शिवपति स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वर्ष 2021-22 में बीए और बीएससी प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि 14 अगस्त घोषित किया गया है। यह जानकारी प्राचार्य डा. अरविद कुमार सिंह ने देते हुए बताया कि प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राएं निर्धारित समय सीमा के भीतर प्रवेश फार्म कार्यालय से प्राप्त कर पूर्ण रूप से भरकर जाम करें।

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