धनुष के टूटते ही राम की होने लगी जय जयकार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को लेकर नेपाल बार्डर पर भी सुरक्षा एजेंसियां सख्त रहीं। हर आने-जाने वाले लोगों की तलाशी अभियान प्रधानमंत्री के जाने तक चला। बार्डर कौन जा रहा है सबका नाम सुरक्षाकर्मी नोट करते रहे। चेकिग करने के बाद ही उन्हें आने-जाने दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:43 PM (IST)
धनुष के टूटते ही राम की होने लगी जय जयकार
धनुष के टूटते ही राम की होने लगी जय जयकार

सिद्धार्थनगर : आदर्श श्री राम लीला समिति के तत्वावधान में बढ़नी चाफा नगर पंचायत में चल रहे ग्यारह दिवसीय श्री राम लीला मंचन के तीसरी रात कलाकारों ने अहिल्या उद्धार से लेकर रावण वाणा सुर संवाद व धनुष यज्ञ, रामविवाह का सुंदर मंचन कर उपस्थित जन मानस का मन मोह लिया। कलाकारों ने मंचन में दिखाया कि राम लक्ष्मण अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जनक पुर आमंत्रण में जाते हैं, रास्ते में प्रभू राम के स्पर्श से शिला बनी अहिल्या का उद्धार होता है। उधर जनकपुर के राजा जनक अपने पुत्री सीता के स्वयंवर का आयोजन करते हैं। जिसमें देश के कोने-कोने से बड़े-बड़े राजा उपस्थित होते हैं। गुरु के आदेश पर राम लक्ष्मण सभा में उपस्थित होते हैं। इसी सभा में उपस्थित रावण और वाणा सुर का भयंकर संवाद होता है। लेकिन स्वयंवर में स्थित धनुष को कोई राजा उठा पाता है। जिससे राजा जनक को पुत्री के विवाह की चिता होने लगती है वे काफी दुखी होते हैं। बाद में गूरु विश्वामित्र के आदेश से प्रभू श्री राम धनुष को तोड़ देते हैं जिसके उपरांत राम और सीता का विधिवत विवाह संपन्न होता है। राम कुमार कसौधन, विद्यासागर गुप्ता, काशीनाथ गुप्ता, कपिलदेव, संजय, उपेंद्र यादव, धर्मराज, इंद्रजीत यादव, अजय गुप्ता, ऋषि, उमानाथ गुप्ता आदि मौजूद रहे।

कार्यक्रम स्थल पर 50 और शहर में लगे थे 40 सीसीटीवी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को लेकर नेपाल बार्डर पर भी सुरक्षा एजेंसियां सख्त रहीं। हर आने-जाने वाले लोगों की तलाशी अभियान प्रधानमंत्री के जाने तक चला। बार्डर कौन जा रहा है, सबका नाम सुरक्षाकर्मी नोट करते रहे। चेकिग करने के बाद ही उन्हें आने-जाने दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे। कार्यक्रम स्थल पर 50 और शहर में 40 सीसीटीवी से सुरक्षा की निगहबानी हो रही थी।

सभा स्थल पर प्रवेश द्वार पर मेटल डोर से होकर सभी को गुजरना पड़ा। इसके बाद भी सघन तलाशी के बाद ही लोगों को कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति रही। सुरक्षा में लगे जवान पास देखने के बाद लोगों के जेब की भी तलाशी लेते रहे। वाहनों को लाक करने के लिए लगाए गए रिमोट के साथ भी लोगों को अंदर जाने से रोक दिया गया। परिसर के आसपास व मेडिकल कालेज के रास्ते पर बने घरों की छतों पर सुरक्षा बल की तैनाती पीएम के आगमन के पूर्व से की गई थी। शहर के होटल, लाज की निगरानी पीएम के आने तक चलती रही। रेलवे स्टेशन व रोडवेज पर पुलिस गश्त करती रही। अभिसूचना इकाई सक्रिय रही। एसपीजी, पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के जवान तैनात रहे।

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