पूर्ति विभाग की मनमानी, कार्डधारकों की परेशानी

पूर्ति विभाग की मनमानी लोगों के परेशानी का कारण बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:15 PM (IST)
पूर्ति विभाग की मनमानी, कार्डधारकों की परेशानी
पूर्ति विभाग की मनमानी, कार्डधारकों की परेशानी

सिद्धार्थनगर: पूर्ति विभाग की मनमानी लोगों के परेशानी का कारण बनी हुई है। अकारण न सिर्फ कार्ड से परिवार सदस्यों के नाम कट रहे हैं बल्कि उन्हें निर्धारित मात्रा से कम अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। दर्जनों ग्राम पंचायतों में समस्या बनी हुई है, लेकिन जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं।

डुमरियागंज ब्लाक के ग्राम पंचायत वासा के कोटेदार जमील असलम बीमार हैं। चार माह से मेडिकल पर चल रहे हैं। विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पांच किलोमीटर दूर जुड़वनियां के कोटे से कार्डधारकों को संबद्ध कर दिया। गांव के लोगों का कहना है कि दूरी तो किसी तरह तय कर लेते हैं, लेकिन यूनिट से कम राशन मिलता है। और तो और अंगूठा लगाने के लिए बर- बार दौड़ना भी पड़ता है। इमरान, रफीक, आरिफ, बबुआ, सुल्तान, शाहिद आदि ने बताया कि कम राशन के बारे में जब कोटेदार से पूछा तो बताया गया कि परिवार के तमाम सदस्यों का नाम कट गया है। विभाग से संपर्क किया गया, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। भड़रिया, भवानीगंज, बिथरिया सहित 114 ग्राम पंचायतों में नाम कटने व कम अनाज देने की शिकायतें आम हैं। इसके पीछे कोटेदार कहते हैं कि उन्हें कम राशन दिया जा रहा है, जबकि विभाग इससे इन्कार करता है।

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परेशानी सुनने वाला कोई नहीं-

भनवापुर ब्लाक में पूर्ति निरीक्षक का पद लंबे समय से रिक्त चल रहा है। इटवा के आरओ विजय सहाय को यहां का कार्यभार है, जो यदा कदा ही डुमरियागंज तहसील की जरूरी बैठकों में पहुंचते हैं। ऐसे में 110 ग्राम पंचायत के कार्डधारक अपनी समस्या किसके समक्ष रखें यह भी बताने वाला कोई नहीं।

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एजेंटों पर दारोमदार -

नाम काटने बढ़ाने के लिए विभाग ने एजेंट पाल रखे हैं। यह एजेंट नाम बढ़वाने के लिए आनलाइन आवेदन करने के साथ- साथ नाम चढ़वाने तक की जिम्मेदारी लेते हुए प्रत्येक नाम के पीछे 1000-1200 रुपये की वसूली करते हैं। इसमें विभाग की भी हिस्सेदारी होती है।

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पूर्ति निरीक्षक को स्पष्ट निर्देशित किया जाएगा कि बिना अनुमति किसी का नाम कार्ड से न कटने पाए। वितरण की निगरानी भी कराई जाएगी जिससे कम राशन देने अथवा राशन न देने की शिकायतों का निराकरण हो सके। त्रिभुवन, एसडीएम, डुमरियागंज

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