बलिदानियों के सम्मान में फहरेगा 101 फीट ऊंचा तिरंगा

डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर : स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी पावन भूमि प्रशासन ने संरक्षित कर ली है। माली म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 09:35 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 09:35 PM (IST)
बलिदानियों के सम्मान में फहरेगा 101 फीट ऊंचा तिरंगा
बलिदानियों के सम्मान में फहरेगा 101 फीट ऊंचा तिरंगा

डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर : स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी पावन भूमि प्रशासन ने संरक्षित कर ली है। माली मैनहा रोड पर स्थित लगभग 18 एकड़ भूमि प्रशासन ने चिह्नित की है। यहां शहीद स्मारक बनेगा। साथ ही उनकी याद में बजरंग चौक पर 101 फीट ऊंचा तिरंगा फहराने का कार्यक्रम भी 15 अगस्त को होगा। एसडीएम डुमरियागंज इसका निर्माण करवाने में जुटे हैं, झंडारोहण विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के हाथों होगा।

डुमरियागंज रोडवेज बस स्टैंड के पीछे बाहरी रोड पर स्थित शहीद स्मारक की जमीन कब्जा मुक्त हो चुकी है। यह भूमि स्वतंत्रता से पूर्व व बाद में अंग्रेजों के द जानशन स्कूल आफ एग्रीकल्चर के नाम से थी। वर्ष 1976 में गलत तरीके से इसे पीपुल्स इंटर कालेज ने अपने नाम करवा लिया था, जिसे प्रशासन कब्जे में ले चुका है। इसी पावन भूमि पर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अंकुर फूटे थे। यहां 87 क्रांतिकारी बलिदान हुए थे। बजरंग चौक पर ही क्रांतिकारियों की अंतिम बैठक हुई थी, इसलिए अब उसे भी संरक्षित कर वहां 101 फीट ऊंचा झंडा लहराने की तैयारी है।

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यह है इतिहास-

वर्ष 1857 की बात है, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बज चुका था। उसी दरम्यान डुमरियागंज तहसील के किसानों की जमीन तत्कालीन कलेक्टर मि. जानशन एग्रीकल्चरल स्कूल के नाम पर अधिग्रहित करने लगे। किसानों ने इसकी खिलाफत की तो उनपर लाठियां बरसाई गई। अंत में परेशान किसानों ने क्रांति की राह चुनी और अधिग्रहण कराने में जुटे अंग्रेज अधिकारी गिफोर्ड की हत्या कर दी। बौखलाई ब्रिटिश हुकूमत ने 87 को मौत के घाट उतार दिया था।

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असंख्य कुर्बानियों के बाद हमें आजादी मिली है। जिन बलिदानियों ने हमें आजादी का तोहफा दिया उस इतिहास को संरक्षित करना गौरवशाली है।

- एसडीएम, त्रिभुवन, डुमरियागंज

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