लाल सोने पर लगी वन माफिया की नजर

वीरान हो रहा संरक्षित वन क्षेत्र सोहेलवा धड़ल्ले से कटान कर जिले से बाहर निकाली जाती लकड़ी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 10:07 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:07 PM (IST)
लाल सोने पर लगी वन माफिया की नजर
लाल सोने पर लगी वन माफिया की नजर

श्रावस्ती :

केस एक : 25 अप्रैल को वन टीम ने सिरसिया के जरमौली चौकी के पास जंगल में रखे खैर के 20 बोटे बरामद किए।

केस दो : 15 मई को एसएसबी व वन टीम ने सिरसिया के भितुहुरिया गांव के पास खैर के 15 बोटे बरामद किए।

केस तीन : चार जून को सिरसिया के जरमौली चौकी क्षेत्र में ईंट भट्ठे के पास 34 बोटा खैर के साथ कटान के पांच आरोपितों को पकड़ा।

केस चार : पांच जून सिरसिया में फायर स्टेशन के लिए चिह्नित भूमि के पास 11 बोटे खैर के साथ 11 साइकिल बरामद। आरोपित फरार।

केस पांच : नौ जून को इकौना एक ट्रक व पिकप के साथ वन टीम ने खैर के 112 बोटे बरामद किए।

यह बरामदगी सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एसओजी व वन टीम की मदद से की। पुलिस के हाथ वनमाफिया के गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पूर्वी सोहेलवा जंगल का क्षेत्र वन्य जीवों के लिए संरक्षित है। 'लाल सोने' के नाम से मशहूर खैर के पेड़ों पर चल रहा आरा जंगल के रखवालों की नियत पर सवाल खड़े कर रहे हैं। यहां साखू व सागौन जैसे बेशकीमती पेड़ों के साथ 'लाल सोने' के नाम से मशहूर खैर की लकड़ी पर वनमाफिया की काली नजर टिकी है। देर शाम जंगल के किनारे स्थित गांवों से ट्रक, पिकप, ट्रैक्टर-ट्राली व साइकिल से लकड़ी बाहर निकाली जाती है। फौरी कार्रवाई कर जिम्मेदार अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर लेते हैं। बहुमूल्य किस्म की लकड़ियां काट कर रसूख का फायदा उठा महानगरों के मंडी में बेचकर वन माफिया मालामाल हो रहे हैं। जंगल वीरान हो रहा है और जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। कत्था बनाने के काम आने वाली खैर की लकड़ी अपने स्वभाव के हिसाब से ही काफी कीमती होती है।

बोले जिम्मेदार

डीएफओ एपी यादव ने बताया कि अवैध कटान रोकने के लिए लगातार कार्रवाई हो रही है। रात में भी जंगल में गश्त बढ़ाई गई है। एएसपी बीसी दूबे ने बताया कि अवैध कटान रोकने के लिए पुलिस टीमों को निर्देश दिए गए हैं। कटान की सूचना पर तत्काल कार्रवाई होती है।

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